✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर: राजस्थान में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका अंदाजा आम जनता के अनुभवों और सरकारी आंकड़ों से लगाया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस के मौके पर राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के पुलिस महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने पत्रिका को दिए विशेष साक्षात्कार में राज्य में भ्रष्टाचार की स्थिति, इसके कारण और इसे रोकने के उपायों पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान के कौन-से विभाग भ्रष्टाचार में सबसे आगे हैं।
राजस्व विभाग भ्रष्टाचार में पहले स्थान पर
डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि राजस्थान में राजस्व विभाग सबसे अधिक भ्रष्ट है। इसमें पटवारी, गिरदावर और तहसीलदारों के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायतें आती हैं। उनके अनुसार, इनकी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता की कमी और पद का दुरुपयोग भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग, पंचायती राज विभाग, और बिजली कंपनियां (डिस्कॉम) भी भ्रष्टाचार में पीछे नहीं हैं। ACB के व्हाट्सऐप नंबर 1064 पर सबसे ज्यादा शिकायतें इन विभागों के खिलाफ दर्ज की जाती हैं।
*भ्रष्टाचार के बढ़ने के कारण*
पुलिस महानिदेशक ने माना कि समाज में पैसे की अहमियत बढ़ गई है। उन्होंने कहा, “आज पैसा होना ही इज्जत का पैमाना बन गया है। पहले जो गलत तरीके से पैसा कमाते थे, उन्हें समाज हेय दृष्टि से देखता था। अब स्थिति बदल चुकी है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि आम लोग खुद ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं। जब तक उनकी मांग पूरी होती है, वे शिकायत नहीं करते। लेकिन जब रिश्वत की रकम अधिक मांग ली जाती है, तो वे ACB की शरण लेते हैं।
भ्रष्टाचार रोकने के उपाय
डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए पारदर्शिता और डिजिटलीकरण सबसे बड़े हथियार हो सकते हैं। उन्होंने कहा:
पारदर्शिता: सरकारी कामकाज में पारदर्शिता को प्राथमिकता देनी होगी।
ऑनलाइन सेवाएं: ऑनलाइन सेवाओं को बढ़ावा देकर मानव हस्तक्षेप को कम करना होगा।
सख्त कार्रवाई: भ्रष्टाचार के मामलों में त्वरित चालान और सजा लोगों में डर पैदा कर सकते हैं।
भ्रष्टाचार की शिकायत पर ACB की मदद
डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि ACB हर शिकायतकर्ता की पूरी मदद करती है, चाहे शिकायत किसी भी विभाग के खिलाफ हो। उन्होंने यह भी माना कि कई बार पीड़ित को लगता है कि उसकी शिकायत का कोई परिणाम नहीं निकलेगा, लेकिन ACB पूरी कोशिश करती है कि उसे न्याय मिले।
भविष्य की रणनीति
डॉ. मेहरड़ा ने कहा कि रसूखदार लोगों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति में जो देरी होती है, उसे कम करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए मामलों में तेजी लाने और दोषियों को कड़ी सजा देने की जरूरत है।
राजस्थान में भ्रष्टाचार का बढ़ता स्तर एक बड़ी चुनौती है। खासकर राजस्व, पुलिस, पंचायती राज और बिजली विभागों में सुधार की सख्त आवश्यकता है। ACB की पहल और जन-जागरूकता से ही इस समस्या को कम किया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस पर ACB द्वारा किए गए ये खुलासे समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक चेतावनी हैं।