FBI की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल भारतीय भद्रेश कुमार पटेल
अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने एक भारतीय युवक भद्रेश कुमार पटेल को अपनी “टॉप 10 मोस्ट वांटेड भगोड़ों” की सूची में शामिल किया है। गुजरात के रहने वाले 32 वर्षीय पटेल पर आरोप है कि उसने 2015 में मैरीलैंड के हनोवर में अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या की थी। पटेल की गिरफ्तारी में सहायता करने वाले को FBI ने 250,000 डॉलर (लगभग 2 करोड़ रुपये) तक का इनाम देने की घोषणा की है।

अमेरिका के Top 10 भगोड़ों की सूची में भारतीय भद्रेश पटेल, पकड़वाने पर 2 करोड़ का इनाम, जाने किया है गुनाह
क्या है भद्रेश कुमार पटेल का मामला?
FBI के मुताबिक, 12 अप्रैल 2015 को मैरीलैंड के हनोवर में एक डंकिन डोनट्स स्टोर में रात की शिफ्ट के दौरान भद्रेश ने अपनी पत्नी पलक पटेल की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह दुकान से फरार हो गया। सीसीटीवी फुटेज में भद्रेश और पलक को रसोई की ओर जाते हुए देखा गया। इसके बाद ग्राहकों ने स्टोर खाली पाया और पुलिस को सूचना दी। जांच के दौरान रसोई में पलक का खून से लथपथ शव मिला।
हत्या का कारण और कपल के बीच विवाद
हत्या के पीछे पति-पत्नी के बीच अमेरिका में रहने को लेकर विवाद बताया गया। पलक भारत लौटना चाहती थीं, जबकि भद्रेश अमेरिका में ही रुकने की योजना बना रहा था। इस विवाद ने एक खौफनाक मोड़ ले लिया, जिसके चलते पलक की जान चली गई।
पलायन और 8 साल से जारी तलाश
हत्या के बाद भद्रेश कुमार पटेल आखिरी बार न्यू जर्सी के एक होटल से नेवार्क ट्रेन स्टेशन तक जाते हुए देखा गया। उसके खिलाफ प्रथम और द्वितीय डिग्री हत्या, हमला, और खतरनाक हथियार रखने जैसे गंभीर आरोप हैं। FBI ने 2015 में उसकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया। उसे “हथियारबंद और खतरनाक” माना जाता है।
FBI के विशेष एजेंट का बयान
FBI के एजेंट गॉर्डन बी. जॉनसन ने कहा, “भद्रेश कुमार पटेल ने शीर्ष 10 मोस्ट वांटेड की सूची में जगह बनाई क्योंकि उसने अत्यधिक हिंसक अपराध किया। हम उसे पकड़ने के लिए अपने प्रयास जारी रखेंगे और न्याय दिलाएंगे।”
250,000 डॉलर का इनाम
पटेल की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को FBI ने 250,000 डॉलर का इनाम देने की घोषणा की है। इस मामले ने न केवल अमेरिका बल्कि भारत में भी सुर्खियां बटोरी हैं।
भारत-अमेरिका के लिए चुनौती
भद्रेश कुमार पटेल का मामला भारत और अमेरिका दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती है। अमेरिका ने भारत से सहयोग की उम्मीद जताई है। यह केस भारत के नागरिकों की वैश्विक छवि और जिम्मेदारी के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।