✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए “मोदी की गारंटी” को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने भाजपा सरकार पर गरीबों के हक की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने सस्ते गैस सिलेंडर देने का जो वादा किया था, वह पूरा नहीं हुआ।
गहलोत ने याद दिलाया कि 2 साल पहले 2022 के बजट भाषण में उन्होंने उज्ज्वला योजना और बीपीएल परिवारों की महिलाओं को 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने की घोषणा की थी। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इस योजना को प्रभावी रूप से लागू किया गया, और महिलाओं को समयबद्ध तरीके से सब्सिडी ट्रांसफर कर 500 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया गया।

“450 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा झूठा निकला”
गहलोत ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार बनने पर 450 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। लेकिन आज के अखबारों की सुर्खियां यह बता रही हैं कि पिछले साल अक्टूबर और नवंबर महीने में लिए गए गैस सिलेंडर की सब्सिडी अब तक लोगों को नहीं मिली है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब केंद्र सरकार ने खुद गैस की कीमतों में 100 रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी है, तो गरीबों को राहत कहां मिल रही है? उन्होंने भाजपा सरकार पर जनता से झूठे वादे करने और उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया।
“मोदी की गारंटी” पर तंज, गरीबों की हालत बदतर
अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के दौरान “मोदी की गारंटी” की बात करते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि गरीबों की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि रसोई गैस, महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं पर सरकार पूरी तरह विफल रही है।
गहलोत ने आगे कहा, “हमारी कांग्रेस सरकार ने अपने वादे पूरे किए। उज्ज्वला और बीपीएल परिवारों की महिलाओं को सस्ता गैस सिलेंडर दिया गया। लेकिन अब भाजपा सरकार में जनता को सब्सिडी तक नहीं मिल रही है। गरीब आदमी किससे न्याय मांगे?”
“जनता से किए गए वादों का हिसाब दे भाजपा”
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा से सवाल किया कि आखिर सरकार अपने किए गए वादों से क्यों मुकर रही है? उन्होंने कहा कि गरीब जनता को राहत देने के बजाय केंद्र सरकार महंगाई और टैक्स के बोझ से लोगों को दबा रही है।
गहलोत के मुख्य आरोप:
✅ भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा किया था, लेकिन पूरा नहीं किया।
✅ गरीब परिवारों को अक्टूबर और नवंबर में खरीदे गए गैस सिलेंडर की सब्सिडी तक नहीं मिली।
✅ “मोदी की गारंटी” सिर्फ जुमला साबित हुई, गरीबों की हालत पहले से भी खराब।
✅ कांग्रेस सरकार में महिलाओं को 500 रुपये में समय पर सब्सिडी ट्रांसफर कर गैस सिलेंडर दिया गया था।
क्या है जनता की राय?
गहलोत के इस बयान के बाद जनता में भी नाराजगी देखने को मिल रही है। कई उपभोक्ताओं ने शिकायत की है कि उन्हें लंबे समय से गैस सब्सिडी नहीं मिल रही है।
जयपुर की रहने वाली उषा देवी ने कहा, “हमने अक्टूबर और नवंबर में सिलेंडर लिया था, लेकिन आज तक सब्सिडी का पैसा अकाउंट में नहीं आया। अब तो गैस की कीमत भी बढ़ गई है। गरीब आदमी क्या करे?”
अलवर के राजेश कुमार ने कहा, “भाजपा सरकार ने 450 रुपये में सिलेंडर देने का वादा किया था, लेकिन अब 950 रुपये का मिल रहा है। गरीब आदमी कैसे गुजारा करे?”
राजनीतिक बयानबाजी हुई तेज
गहलोत के इस बयान के बाद भाजपा नेताओं ने पलटवार किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, “गहलोत सरकार ने केवल घोषणाएं की, हमने उन्हें जमीन पर उतारा। सब्सिडी प्रक्रिया चल रही है, और जल्द ही सभी को लाभ मिलेगा।”
हालांकि, गहलोत के आरोपों के बाद विपक्ष ने भाजपा सरकार पर जनता से किए गए वादों को पूरा करने का दबाव बढ़ा दिया है।
अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार की “मोदी की गारंटी” पर सवाल उठाते हुए गरीबों की बदतर हालत की ओर ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने भाजपा सरकार को वादाखिलाफी के लिए घेरा और कहा कि 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने का वादा सिर्फ चुनावी जुमला साबित हुआ है।
अब देखना यह होगा कि भाजपा सरकार इस मुद्दे पर क्या जवाब देती है और जनता को सब्सिडी कब तक मिलती है। क्या सरकार अपने वादे पूरे करेगी, या फिर जनता को महंगाई की मार सहनी पड़ेगी?
आपको क्या लगता है? क्या भाजपा सरकार को अपने वादों पर जवाब देना चाहिए? अपनी राय कमेंट में जरूर दें!