स्वास्थ्य का दुश्मन – हाई ट्राइग्लिसराइड्स लेवल कैसे प्रभावित करता है, डॉक्टर से जानें…

ओमप्रकाश बोराणा



कई बार खून में ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ने पर शरीर में समस्याएं हो सकती हैं। आइये डॉक्टर से जानते हैं कि ट्राइग्लिसराइड्स किन तरीकों से शरीर को प्रभावित करता है। हाई कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी कई बीमारियों का कारण बनने के साथ-साथ, कई बार कोलेस्ट्रॉल के साथ ही साथ खून में ट्राइग्लिसराइड्स का भी स्तर बढ़ जाता है। जबकि यह बैड कोलेस्ट्रॉल से भी ज्यादा खतरनाक होता है। शरीर में इसका स्तर बढ़ने पर आपको हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने की आशंका बढ़ जाती है।

इसका प्रभाव:

ट्राइग्लिसराइड्स शरीर को कई तरीकों से प्रभावित कर सकता है।
ट्राइग्लिसराइड्स के बढ़ने पर आपकी रक्त कोशिकाओं में ब्लॉकेज बननी शुरु हो जाती है, जिससे हार्ट की बीमारी हो सकती है।
ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ने पर कई बार हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने का भी खतरा रहता है।
कई बार ट्राइग्लिसराइड्स के बढ़ने से दिमाग तक जाने वाली नलियों में भी ब्लॉकेज आ सकती है।
ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने से फैटी लिवर होने के साथ-साथ कुछ मामलों में लिवर डैमेज होने का भी खतरा रहता है।
थायरॉइड और डायबिटीज से पीड़ित मरीजों में ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने से कई समस्याएं हो सकती हैं।
डॉक्टर की राय:
चलिए दिल्ली के एम्स की डॉ. प्रियांका सहरावत से जानते हैं इसके बारे में सबकुछ।

टिप्स:

ट्राइग्लिसराइड्स कम करने के लिए आपको लाइफस्टाइल में सुधार करना चाहिए।
नियमित तौर पर कम से कम 30 मिनट की वॉक करें और जुम्बा, एरोबिक्स आदि जैसी एक्सरसाज करें।
हेल्दी चीजें खाएं और फैट वाली चीजों से परहेज करें।
अपने कोलेस्ट्रॉल की रोकथाम करने की जरूरत है।
पारम्परिक, प्राकृतिक एवं देसी वस्तुओं को अपनायें, परमानेंटली मुक्ति पाय

Share This Article
Leave a comment