जोधपुर।
दुष्कर्म के आरोप में जोधपुर सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम आज इलाज के लिए महाराष्ट्र के माधवबाग रवाना हो रहे हैं। आसाराम जोधपुर के निजी आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करवा रहे थे और उन्हें हाईकोर्ट से पुणे स्थित माधवबाग में उपचार के लिए पैरोल मिली थी। वह आज दोपहर मुंबई की फ्लाइट से रवाना होंगे।
पैरोल के विस्तार की मांग के बीच रवाना हुए आसाराम
आसाराम के वकील ने राजस्थान हाईकोर्ट में दो सप्ताह का अतिरिक्त समय देने की मांग की थी, यह कहते हुए कि उनकी ट्रेवलिंग कंडीशन डॉक्टरों ने फिट नहीं बताई है। लेकिन अदालत के फैसले से पहले ही आसाराम ने माधवबाग जाने का निर्णय ले लिया।
आसाराम को अगस्त में राजस्थान हाईकोर्ट से 30 दिन की पैरोल दी गई थी। इसके बाद, पैरोल समाप्त होने से पहले उन्होंने इसे बढ़ाने का अनुरोध किया। कोर्ट ने उन्हें 17 दिन का एक्सटेंशन दिया, जिसमें दो दिन यात्रा के लिए और 15 दिन इलाज के लिए शामिल थे।
इलाज के लिए मिली थी पैरोल
आसाराम को इलाज के लिए दी गई पैरोल में सख्त शर्तें लागू की गई थीं। यह पैरोल पूरी तरह से चिकित्सा उद्देश्य के लिए थी। उन्होंने जोधपुर एम्स और स्थानीय आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करवाया। अब, माधवबाग में इलाज के लिए जाते समय डॉक्टरों ने उन्हें यात्रा करने के लिए फिट नहीं बताया, जिस पर उनके वकील ने कोर्ट से 2 सप्ताह का समय मांगा था।
गुजरात केस में सजा निलंबन की याचिका पर सुनवाई टली
इस बीच, गुजरात केस में आसाराम की सजा निलंबित करने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई जनवरी तक के लिए टाल दी है। आसाराम के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट से उनकी बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर सजा निलंबित करने की मांग की है।
आसाराम ने अपनी याचिका में कहा,
“जेल में बीतता प्रत्येक दिन मेरे स्वास्थ्य और सम्मान को नष्ट कर रहा है।”
उनके वकीलों का कहना है कि आसाराम को हिरासत में कई बार दिल का दौरा पड़ा है और उनकी कमजोर हालत के कारण उनके जीवन को खतरा है।
आसाराम की पैरोल पर शर्तें
1. इलाज के लिए ही यात्रा करना अनिवार्य।
2. कोर्ट द्वारा स्वीकृत समय सीमा में वापस लौटना।
3. कोई भी अन्य गतिविधि में शामिल नहीं होना।
आसाराम को दूसरी बार माधवबाग में इलाज की अनुमति मिली है, और इस बार भी उनके स्वास्थ्य को लेकर अदालत में चर्चा हुई। हालांकि, इस बार वह बिना अदालत के फैसले का इंतजार किए पुणे के लिए रवाना हो गए हैं।
“जेल में बीत रहे दिन मेरे स्वास्थ्य को खराब कर रहे हैं,” यह कहने वाले आसाराम अब स्वास्थ्य लाभ के लिए पुणे में हैं, लेकिन उनके मामलों की सुनवाई में लगातार देरी हो रही है।