(✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा)
कपड़ा नगरी भीलवाड़ा में पुलिस ने सोमवार रात एक शातिर साइबर ठग वाहिद हुसैन को गिरफ्तार किया। 30 वर्षीय वाहिद 12वीं पास है और कोरोना काल के दौरान साइबर क्राइम की दुनिया में कदम रखा। महज डेढ़ साल में वह करोड़पति बन गया। चार राज्यों की पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल वाहिद फर्जी वेबसाइट के जरिए घर बैठे निवेश पर दोगुना पैसा कमाने का झांसा देकर लोगों को ठगता था।
कोविड काल से सक्रिय ठग वाहिद
भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए प्रशिक्षु आईपीएस जतिन जैन के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत साइबर अपराधियों पर निगरानी रखी जा रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि कोविड काल से सक्रिय वाहिद भीलवाड़ा में है। स्पेशल टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर अनमोल नगर निवासी वाहिद हुसैन पुत्र हाफिज मोहम्मद को गिरफ्तार किया।
ठगी के आधुनिक उपकरण बरामद
वाहिद के पास से ठगी में इस्तेमाल किए जाने वाले कई उपकरण बरामद किए गए। पुलिस ने उसके पास से 29 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, 9 स्कैनर, 11 बैंक पासबुक, 3 पेन ड्राइव, 1 कार्ड रीडर, 5 सिम कार्ड, 3 मोहर और अन्य दस्तावेज बरामद किए। प्रारंभिक जांच में वाहिद ने फर्जी वेबसाइट के जरिए लोगों को लखपति बनने का झांसा देकर ठगने की बात कबूली।
223 एफआईआर और 10,036 शिकायतें
वाहिद के खिलाफ देशभर में 223 एफआईआर दर्ज होने की जानकारी मिली है। साथ ही, एक QR कोड के जरिए Global Books नाम से बैंक पूल अकाउंट पर 10,036 शिकायतें दर्ज हुई हैं। पुलिस अब संबंधित बैंकों से संपर्क कर पूल अकाउंट की जांच कर रही है।
चार राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश
वाहिद के शिकार राजस्थान के अलावा ओडिशा, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में भी हुए हैं। इन राज्यों की पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी। अब मामले की जानकारी संबंधित राज्यों की पुलिस को भेजी जा रही है।
आरोपी ने कैसे फंसाया लोगों को?
वाहिद फर्जी वेबसाइट के जरिए लोगों को 750 रुपये का निवेश कर 1200-1500 रुपये कमाने का झांसा देता था। उसकी योजनाएं इतनी आकर्षक लगती थीं कि लोग इसमें फंस जाते थे। वाहिद ने डिजिटल उपकरणों और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर ठगी को अंजाम दिया।
पुलिस का बयान
एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने कहा, “वाहिद साइबर अपराध की दुनिया का बड़ा नाम बन चुका था। वह लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था, लेकिन हमारी टीम ने उसे पकड़ने में सफलता हासिल की। अब उसके नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की भी जांच की जाएगी।”