✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सादड़ी (पाली):
सादड़ी नगर पालिका के मुख्य प्रवेश द्वार पर सोमवार को कांग्रेस पार्षदों ने धरना प्रदर्शन करते हुए भाजपा बोर्ड पर विकास कार्यों में भेदभाव और उनके कार्यों की अनदेखी करने के गंभीर आरोप लगाए। प्रदर्शन के दौरान पार्षदों ने अपनी मांगों को लेकर नगर पालिका प्रशासन और भाजपा बोर्ड को कटघरे में खड़ा किया।
विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप
कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि भाजपा बोर्ड केवल उन क्षेत्रों में विकास कार्य करवा रहा है, जहां भाजपा के समर्थक रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासित वार्डों की अनदेखी की जा रही है, जिससे स्थानीय जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
धरना प्रदर्शन में उठी ये मांगें
धरना प्रदर्शन के दौरान पार्षदों ने निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखीं:
1. समान विकास कार्य: सभी वार्डों में समान रूप से विकास कार्य सुनिश्चित किए जाएं।
2. भेदभाव समाप्त हो: कांग्रेस पार्षदों द्वारा सुझाए गए कार्यों को प्राथमिकता दी जाए।
3. भ्रष्टाचार की जांच: नगर पालिका में विकास कार्यों के टेंडर और वित्तीय लेन-देन की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
भाजपा बोर्ड ने आरोपों को नकारा
धरना प्रदर्शन के बाद भाजपा बोर्ड के पदाधिकारियों ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि सभी वार्डों में विकास कार्य योजना के अनुसार हो रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्षदों पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रदर्शन जनता को गुमराह करने की कोशिश है।
पार्षदों की चेतावनी
कांग्रेस पार्षदों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। धरना स्थल पर बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक भी मौजूद रहे और उन्होंने कांग्रेस पार्षदों का समर्थन किया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
नगर पालिका के प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सभी वार्डों में विकास कार्यों को लेकर पारदर्शिता बनाए रखी जाएगी और कांग्रेस पार्षदों की मांगों पर विचार किया जाएगा।
सादड़ी नगर पालिका का यह धरना प्रदर्शन स्थानीय राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। अब देखना होगा कि प्रशासन और भाजपा बोर्ड इस मुद्दे को सुलझाने के लिए क्या कदम उठाते हैं।