जन औषधी केंद्र खोलने के नाम पर एक युवक को 12 लाख रुपए से ज्यादा का शिकार बनाने का मामला सामने आया है, जिसे सोशल मीडिया के माध्यम से ठगा गया। सोजत निवासी हरिकिशन पुत्र चंदाराम घांची की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने एक अज्ञात व्यक्ति से प्रधानमंत्री जन औषधी केंद्र खुलवाने के वादे पर विश्वास करके ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए, लेकिन उसे केंद्र खुलवाने में कोई सफलता नहीं मिली। इस वारदात की पूरी जानकारी जानने के लिए आइए हम इस मामले की गहराई में जाकर समझते हैं।
कैसे हुई यह ठगी: विस्तार से जानिए
हरिकिशन पुत्र चंदाराम घांची ने इस ठगी की बात को सोजत न्यूज़ के साथ साझा किया है कि कैसे उन्हें जन औषधी केंद्र खोलने के नाम से धोखा दिया गया। उनके अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर एक ऐसा एड दिखाया जिसमें जन औषधी केंद्र खोलने की सुविधा का वादा किया गया था। हरिकिशन ने इस एड पर आवेदन किया। उसके बाद, ठगों के कहे मुताबिक ऑनलाइन पैसे ट्रान्सफर किये लेकिन केंद्र खुलने में कोई प्रगति न होने पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ।
ठगी का सामना करने के बाद: क्या किए गए कदम?
जब हरिकिशन पुत्र चंदाराम घांची को ठगी का पता चला, तो उन्होंने सीधे साइबर थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की है और उपयुक्त कार्रवाई कर रही है। हरिकिशन ने ठगी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पुलिस की सहायता ली है।
ऐसे धोखाधड़ी का सामना: बचने के लिए सावधानियाँ
ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए, लोगों को सावधान रहना चाहिए कि सोशल मीडिया पर ऐसे ऐड्स या प्रमोशन्स पर विश्वास ना करें जो अत्यधिक आकर्षक या अद्भुत लगते हैं। ऑनलाइन फॉर्म भरने से पहले, सत्यापन करना आवश्यक है कि यह संबंधित और सत्यापित सेवा है।
आप भी बचें: सोशल मीडिया पर सतर्क रहें
आप भी सोशल मीडिया पर सतर्क रहें और असावधानी से इस्तेमाल ना करें। ऐसे अज्ञात व्यक्तियों के वादे पर विश्वास न करें जो आपको आकर्षित करने की कोशिश करते हैं।