✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर/सोजत।
राजस्थान में इस वर्ष मानसून सामान्य से बेहतर रहने की संभावना जताई गई है, लेकिन उससे पहले प्रदेश भीषण गर्मी और लू की चपेट में आ गया है। सोमवार को बाड़मेर में तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सर्वाधिक है। जैसलमेर, फलोदी, चित्तौड़गढ़, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, जालोर और अन्य जिलों में भी तेज गर्मी और हीटवेव ने लोगों को बेहाल कर दिया।
उधर, दक्षिण राजस्थान के कुछ हिस्सों में मौसम ने करवट ली। उदयपुर और डूंगरपुर में तेज आंधी के साथ हल्की बारिश हुई, जिससे वहां के लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली।
मानसून देगा राहत, सामान्य से अधिक बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस वर्ष मानसून को लेकर उत्साहजनक पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग का कहना है कि राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में इस बार सामान्य से अधिक वर्षा होने के संकेत हैं। हिंद महासागर में इंडियन ओशन डाइपोल (IOD) की न्यूट्रल स्थिति और अन्य मौसमी परिस्थितियों के चलते यह मानसून बेहतर रहने वाला है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार न केवल पूर्वी बल्कि पश्चिमी राजस्थान में भी अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
13 जिलों में लू का अलर्ट, 2 जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग जयपुर ने जैसलमेर और बाड़मेर में मंगलवार और बुधवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा 11 जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिनमें जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, चूरू, जालोर, नागौर आदि शामिल हैं। ये जिले आने वाले 2-3 दिनों तक भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहेंगे।
राजधानी जयपुर में 38.4 डिग्री तापमान
जयपुर में सोमवार को अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिनभर तेज धूप और गर्म हवाओं ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया।
16-17 अप्रैल को आंधी और हल्की बारिश की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 16 और 17 अप्रैल को एक कमजोर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय हो सकता है, जिसके असर से कुछ इलाकों में आंधी, हल्के बादल और कहीं-कहीं बूंदाबांदी की संभावना है। हालांकि इससे गर्मी में बहुत अधिक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
तेज गर्मी के चलते जनजीवन प्रभावित
प्रदेश के कई हिस्सों में दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है। स्कूलों में छुट्टी के समय बच्चों को लू से बचाने के लिए पानी और छांव की व्यवस्था की जा रही है। चिकित्सा विभाग ने भी लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें धूप में अनावश्यक बाहर न निकलने और अधिक पानी पीने की सलाह दी गई है।
, जहां एक ओर इस बार मानसून बेहतर रहने की संभावना से राहत की उम्मीदें बंधी हैं, वहीं फिलहाल प्रदेश के कई हिस्से हीटवेव और लू की चपेट में हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के मुताबिक आने वाले कुछ दिन और सतर्कता की मांग करते हैं।