✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
प्रयागराज, 4 फरवरी। महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर अब तक 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य स्नान किया है। लाखों श्रद्धालु अभी भी संगम तट पर डुबकी लगाने के लिए उमड़ रहे हैं। भारी भीड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने 5 बड़े बदलाव लागू किए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
मौनी अमावस्या पर उमड़ा आस्था का सैलाब
मौनी अमावस्या पर स्नान का विशेष महत्व माना जाता है। यह महाकुंभ का सबसे बड़ा स्नान पर्व होता है, जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु पुण्य अर्जित करने के लिए संगम तट पर पहुंचते हैं। इस वर्ष भी साधु-संतों, नागा बाबाओं और अखाड़ों की पेशवाई के साथ भारी भीड़ देखी गई।
भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने किए 5 बड़े बदलाव
हाल ही में मेला क्षेत्र में हुई भगदड़ की घटना को देखते हुए प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए कड़े नियम लागू किए हैं।
1. मेला क्षेत्र बना नो-व्हीकल जोन
➡️ पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है। अब किसी भी प्रकार के निजी या सार्वजनिक वाहन को मेले में प्रवेश नहीं मिलेगा। इससे श्रद्धालुओं को पैदल चलने में आसानी होगी और ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं होगी।
2. VVIP पास किए गए रद्द
➡️ प्रशासन ने VVIP पास पूरी तरह से रद्द कर दिए हैं। अब किसी भी विशेष व्यक्ति को वाहन से प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह कदम भीड़ नियंत्रण और आम श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
3. वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू
➡️ महाकुंभ मेला क्षेत्र में एकतरफा यातायात व्यवस्था लागू की गई है ताकि भीड़ सुचारू रूप से आगे बढ़ सके। इससे जाम की स्थिति नहीं बनेगी और श्रद्धालु सुरक्षित तरीके से स्नान घाट तक पहुंच सकेंगे।
4. जिले की सीमाओं पर वाहनों की रोक
➡️ प्रशासन ने प्रयागराज जिले की सीमाओं पर ही वाहनों को रोकने का आदेश दिया है। श्रद्धालुओं को निर्धारित पार्किंग स्थलों पर वाहन खड़ा कर शटल बस या पैदल मेला क्षेत्र तक पहुंचना होगा।
5. 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध लागू
➡️ भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा बनाए रखने के लिए 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे। पुलिस और प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
सुरक्षा व्यवस्था पर प्रशासन की कड़ी नजर
महाकुंभ में NDRF, SDRF, पुलिस बल और ड्रोन कैमरों की तैनाती की गई है। इसके अलावा स्नान घाटों पर गोताखोरों और मेडिकल टीमें भी मुस्तैद हैं।
श्रद्धालुओं से अपील
➡️ प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे भीड़ में धैर्य बनाए रखें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अव्यवस्था से बचें।
महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। भारी भीड़ के बावजूद प्रशासन की सख्त व्यवस्था के चलते स्थिति नियंत्रण में बनी हुई है। भगदड़ जैसी घटनाओं से बचने के लिए 5 बड़े बदलाव लागू किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम अनुभव मिल सके।