राजस्थान में रोडवेज सेवाओं को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश में 9 नए बस स्टैंड बनाए जाएंगे, वहीं 21 पुराने बस स्टैंड का रिनोवेशन किया जाएगा। रोडवेज के आधुनिकीकरण और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के इस प्रयास से न केवल परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।

राजस्थान में बस अड्डों का बड़ा बदलाव: 9 नए निर्माण, 21 का होगा नवीनीकरण
9 नए बस स्टैंड होंगे स्थापित
राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड को 9 नए बस स्टैंड बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। इन बस स्टैंडों के निर्माण के लिए लगभग 14 करोड़ 50 लाख रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। इनमें प्रत्येक बस स्टैंड के निर्माण पर डेढ़ करोड़ रुपए खर्च होंगे। डीग बस स्टैंड के लिए विशेष रूप से ढाई करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
नए बस स्टैंड की सूची और लागत:
- कामां (डीग): डेढ़ करोड़ रुपए
- रूपवास (बयाना): डेढ़ करोड़ रुपए
- बनेड़ा (शाहपुरा): डेढ़ करोड़ रुपए
- श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर): डेढ़ करोड़ रुपए
- महवा (दौसा): डेढ़ करोड़ रुपए
- सपोटरा (करौली): डेढ़ करोड़ रुपए
- धोद (सीकर): डेढ़ करोड़ रुपए
- खींवसर (नागौर): डेढ़ करोड़ रुपए
- डीग: ढाई करोड़ रुपए
21 बस स्टैंड का होगा रिनोवेशन
सिर्फ नए बस स्टैंड ही नहीं, पुराने बस स्टैंडों का भी कायाकल्प किया जाएगा। इसके तहत 21 बस स्टैंडों की मरम्मत, सौंदर्यीकरण और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए 20 करोड़ 50 लाख रुपए का बजट तय किया गया है। इनमें जयपुर का सिंधी कैंप बस स्टैंड प्रमुख है, जिस पर अकेले 2 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
रिनोवेशन की सूची और बजट:
- जयपुर (सिंधी कैंप): 2 करोड़ रुपए
- श्रीगंगानगर, सिरोही, झालावाड़: 1.5 करोड़ रुपए प्रत्येक
- आबूरोड, नीम का थाना, बांसवाड़ा, बारां: 1 करोड़ रुपए प्रत्येक
- अनूपगढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर: 1 करोड़ रुपए प्रत्येक
- श्रीखाटूश्यामजी, सीकर, टोंक: 1 करोड़ रुपए प्रत्येक
- रतनपुर, सांडेराव, माउंट आबू, फलोदी, नदबई, श्रीमाधोपुर: 50 लाख रुपए प्रत्येक
डिपो और कार्यशालाओं का विकास
रोडवेज की डिपो कार्यशालाओं के विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है। राज्य के 37 डिपो और कार्यशालाओं के मरम्मत कार्यों के लिए 12 करोड़ 75 लाख रुपए का बजट तय किया गया है। अजमेर केंद्रीय कार्यशाला के लिए सबसे अधिक 80 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
डिपो और कार्यशालाओं के लिए बजट:
- 20 लाख से लेकर 45 लाख रुपए प्रति कार्यशाला
- अजमेर कार्यशाला: 80 लाख रुपए
रोडवेज में नई बसों की एंट्री
पिछले महीने रोडवेज ने 510 नई बसों को अपने बेड़े में शामिल किया था। इसके अलावा, 300 और नई बसें खरीदी जा रही हैं। 200 इलेक्ट्रिक बसों सहित 500 नई बसें अनुबंध पर ली जाएंगी। यह कदम रोडवेज के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने और यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए उठाया गया है।
यात्रियों को मिलने वाली सुविधाएं
- आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर: नए और रिनोवेटेड बस स्टैंड में बैठने की आरामदायक व्यवस्था, स्वच्छता, और डिजिटल टिकटिंग की सुविधा होगी।
- यात्रा में आसानी: अधिक बसों और बेहतर स्टैंडों के कारण यात्रियों को समय पर सेवाएं मिलेंगी।
- इको-फ्रेंडली प्रयास: इलेक्ट्रिक बसों की एंट्री से प्रदूषण में कमी आएगी।
सरकार की सोच और लक्ष्य
राजस्थान सरकार का यह कदम न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा देने का प्रयास है, बल्कि राज्य में परिवहन व्यवस्था को आधुनिक और सस्टेनेबल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे स्थानीय व्यापार, रोजगार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।