नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फरवरी 2024 में लॉन्च की गई पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana) तेजी से देशभर में अपनी पहचान बना रही है और इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। इस योजना के तहत घरों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलती है, और साथ ही सोलर रूफटॉप इंस्टॉलेशन के लिए 40% तक सब्सिडी भी दी जाती है। यह योजना न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए है, बल्कि यह घरेलू बिजली खर्चों को भी कम करने में मदद करती है।
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ी सफलता
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना लॉन्च होने के बाद से इस योजना के तहत सोलर पैनल इंस्टॉलेशन का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है। जानकारी के अनुसार, इस योजना के लॉन्च के एक साल के अंदर ही 685,763 इंस्टॉलेशन किए जा चुके हैं, जो कि पिछले एक दशक में किए गए कुल इंस्टॉलेशन का 86% है। यह एक बड़ी उपलब्धि है, और इसका संकेत है कि देश में सोलर ऊर्जा के प्रति बढ़ती जागरूकता और रुचि है।
इस योजना का मुख्य आकर्षण 300 यूनिट तक फ्री बिजली और 40% सब्सिडी है, जो खासकर निम्न और मध्यवर्गीय परिवारों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है। सरकार का उद्देश्य है कि मार्च 2027 तक एक करोड़ से ज्यादा घरों को सोलर पावर की सप्लाई दी जाए। इसके अलावा, यह योजना पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा सशक्तिकरण के दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना: 300 यूनिट तक फ्री बिजली और 40% तक सब्सिडी, देशभर में हो रही है बड़ी लोकप्रियता
किस सेगमेंट में है सबसे ज्यादा मांग?
पीएम सूर्य घर योजना में सबसे ज्यादा मांग 3-5 किलोवॉट सेगमेंट की है, जो कुल इंस्टॉलेशन का 77% है। इसके अलावा, 5 किलोवॉट से अधिक के इंस्टॉलेशन की भी 14% मांग है। यह आंकड़े इस बात को प्रमाणित करते हैं कि उपभोक्ता सोलर पैनल की क्षमता और लागत के हिसाब से सही विकल्प चुन रहे हैं।
राज्यों में इंस्टॉलेशन की स्थिति
इस योजना के तहत गुजरात सबसे अग्रणी राज्य साबित हुआ है। गुजरात में अब तक 2,86,545 सोलर इंस्टॉलेशन लगाए गए हैं, जो कि पूरे देश में सबसे ज्यादा हैं। इसके बाद महाराष्ट्र (1,26,344 इंस्टॉलेशन), उत्तर प्रदेश (53,423 इंस्टॉलेशन), और केरल का स्थान है। इन राज्यों में सोलर पैनल इंस्टॉलेशन के आंकड़े दिखाते हैं कि इन क्षेत्रों में सौर ऊर्जा की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और लोग इसे अपने घरों में स्थापित कर रहे हैं।
इसके अलावा, त्रिपुरा, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, और मणिपुर जैसे राज्यों में भी सोलर इंस्टॉलेशन की संख्या बढ़ रही है। इन राज्यों में सरकार की ओर से दिए गए प्रोत्साहन और सब्सिडी की वजह से लोग सोलर पैनल्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
रजिस्ट्रेशन और भविष्य की योजना
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक 1.45 करोड़ रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। यह योजना 2027 तक 1 करोड़ रूफटॉप सोलर पावर सिस्टम लगाने का लक्ष्य रखती है, जिससे देशभर के घरों को स्वच्छ और सस्ती बिजली मिल सके। सरकार ने इस योजना के लिए 75,021 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, जो कि इस योजना को लेकर सरकार की गंभीरता को दर्शाता है।
इस योजना के अंतर्गत सरकार 40% तक की सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे लोग सोलर रूफटॉप को लगवाने के लिए ज्यादा प्रोत्साहित होते हैं। यह सब्सिडी सोलर पैनल्स की लागत को कम करने में मदद करती है और इससे रिन्यूएबल एनर्जी ज्यादा सस्ती और सुलभ बन जाती है।
सरकार को मिलने वाली बचत और आर्थिक लाभ
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लक्ष्य 1 करोड़ परिवारों को सोलर पावर की सप्लाई देना है, और इसके सफलतापूर्वक कार्यान्वयन से सरकार को 75,000 करोड़ रुपये की सालाना बचत होने की उम्मीद है। इस बचत का मुख्य कारण सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से होने वाली बिजली की लागत में कमी है, जो कि पारंपरिक बिजली उत्पादन से कहीं अधिक सस्ती है।
इसके अलावा, इस योजना से पर्यावरण को भी लाभ होगा, क्योंकि सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और हरित ऊर्जा स्रोत है, जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगा। इससे देश को अपनी पर्यावरणीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।