✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा




सोजत: राजस्थान के पूर्व मुख्य सचिव और पूर्व मुख्यमंत्री के सलाहकार निरंजन आर्य ने अपना जन्मदिन सोजत क्षेत्र में सादगी, सेवा और सामूहिक उत्सव के रूप में मनाया। दिनभर चलने वाले इस कार्यक्रम में गौसेवा, जनसेवा, और -संवेदना जैसे सामाजिक कार्यों के बीच आर्य ने अपने शुभचिंतकों और कार्यकर्ताओं के साथ समय बिताया।
सुबह की शुरुआत गौसेवा से
जन्मदिन की शुरुआत चंडावल गांव में मनरेगा मजदूरों को लड्डू वितरण से हुई। इसके बाद चंडावल गौशाला में राजेंद्र लहर द्वारा आयोजित गौमाता को गुड़ का भोग कार्यक्रम में आर्य शामिल हुए।
गौसेवा और स्वागत समारोहों की श्रंखला
गौ पुत्र सेना ने चंडावल में केक कटवाकर और पुष्पमाला पहनाकर आर्य का स्वागत किया।
नाथलकुंडी के श्याम पेट्रोल पंप पर बगड़ी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने आर्य का अभिनंदन किया।
रूपावास गौशाला में सरपंच प्रतिनिधि भागीरथ देवासी की अगुवाई में गौमाता को लापसी का भोग लगाया गया।
युवा कांग्रेस और अन्य आयोजनों में सहभागिता
सोजत सिटी कांग्रेस भवन में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केक कटिंग कर आर्य का स्वागत किया।
सियाट गौशाला में 63 गुड़ के कार्टून गौमाता को अर्पित किए गए।
वहां ठाकुरजी की महाआरती का भी आयोजन हुआ।
कानावास में मुकेश जाट द्वारा आर्य के वजन के बराबर गुड़ का भोग गौमाता को अर्पित किया गया।
सामुदायिक सौहार्द और -संवेदना
सोजत में मुस्लिम समाज ने स्वागत कर सामाजिक सौहार्द का उदाहरण पेश किया।
जन्मदिन के बीच आर्य ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए गुड़ा रामसिंह और रेपड़ावास में शोक सभाओं में हिस्सा लिया। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
अंतिम कार्यक्रम: समर्पण और विचारों का सम्मान
दिन का समापन अंबेडकर विचारकों द्वारा आयोजित स्वागत कार्यक्रम के साथ हुआ, जहां आर्य ने अपने विचार साझा किए और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।
सादगी और सेवा का प्रतीक
निरंजन आर्य का यह जन्मदिन केवल उत्सव नहीं, बल्कि सादगी, सेवा और सामाजिक समर्पण का प्रतीक बन गया। उनके इस अनूठे अंदाज ने क्षेत्र के लोगों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ी है।