✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
🚨 ब्रेकिंग न्यूज़ फ्लैश 🚨
ग्वालियर हाईकोर्ट का बड़ा आदेश!
👉 सिंधिया परिवार को 90 दिन में संपत्ति विवाद सुलझाने का निर्देश
👉 दांव पर 40 हजार करोड़ की शाही संपत्ति
👉 ज्योतिरादित्य सिंधिया बनाम तीन चाचियां — वसुंधरा राजे, यशोधरा राजे, उषा राजे राणा
👉 जय विलास पैलेस, दिल्ली हाउस, पुणे पैलेस और वाराणसी घाट समेत देशभर की कीमती संपत्तियां विवादित
⚖️ क्या 3 महीने में होगा राजीनामा या फिर और लंबा चलेगा शाही मुकदमा?
ग्वालियर, 19 सितम्बर 2025
मध्यप्रदेश की राजनीति और शाही घराने से जुड़े देश के सबसे बड़े संपत्ति विवाद पर ग्वालियर हाईकोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। कोर्ट ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी तीन चाचियों— वसुंधरा राजे, यशोधरा राजे और उषा राजे राणा— को आपसी सहमति से विवाद सुलझाने के लिए 90 दिनों का समय दिया है।
विवाद की पृष्ठभूमि
सिंधिया राजघराने के मुखिया महाराजा जीवाजीराव सिंधिया का निधन 1961 में हुआ था।
संपत्ति के बंटवारे को लेकर तब से परिवार में खींचतान जारी है।
बेटियों का दावा है कि हिंदू उत्तराधिकार कानून के तहत उन्हें बराबरी का हिस्सा मिलना चाहिए, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया परंपरागत “प्राइमोजेनिचर” परंपरा (पहले उत्तराधिकारी को प्रमुख हिस्सा) का हवाला देते हैं।
कई वसीयतें और समझौते वर्षों से अदालतों में चुनौती का विषय बने हुए हैं।
हाईकोर्ट का ताजा आदेश
ग्वालियर हाईकोर्ट ने कहा कि परिवार चाहे तो आपसी समझौते से मामला खत्म कर सकता है।
कोर्ट ने दोनों पक्षों को कहा कि वे अपने-अपने मुकदमे वापस लेने और सुलह की दिशा में आगे बढ़ें।
90 दिनों का समय इसलिए दिया गया है ताकि दिल्ली, मुंबई और बॉम्बे हाईकोर्ट सहित अन्य जगह चल रहे मामलों को तकनीकी रूप से निपटाया जा सके।
कितनी है संपत्ति की कीमत?
अनुमानित तौर पर इस विवादित संपत्ति की कुल कीमत लगभग 40 हजार करोड़ रुपये आंकी जाती है।
हालांकि यह राशि आधिकारिक तौर पर प्रमाणित नहीं है, लेकिन इसमें कई महल, हवेलियां, मंदिर और जमीनें शामिल हैं।
सिंधिया परिवार की प्रमुख संपत्तियां
संपत्ति स्थान महत्व
जय विलास पैलेस ग्वालियर, मध्यप्रदेश वर्तमान में ज्योतिरादित्य का निवास और संग्रहालय
माधव विलास पैलेस ग्वालियर ऐतिहासिक महल
हैप्पी विलास ग्वालियर पैलेस परिसर
जॉर्ज कैसल शिवपुरी, मध्यप्रदेश शाही शिकारगाह
कालियादेह पैलेस उज्जैन, मध्यप्रदेश ऐतिहासिक धरोहर
ग्वालियर हाउस दिल्ली राजधानी में आलीशान हवेली
सिंधिया विला दिल्ली उच्च मूल्य की संपत्ति
पद्मा विलास पैलेस पुणे, महाराष्ट्र प्रमुख पैलेस
सिंधिया घाट वाराणसी, उत्तरप्रदेश धार्मिक महत्व
विठोबा मंदिर गोवा धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल
क्या होगा अब?
अगर 90 दिनों में समझौता हो गया तो देश का सबसे बड़ा शाही संपत्ति विवाद खत्म हो सकता है।
यदि राजीनामा नहीं हुआ, तो मामला फिर से अदालतों की जटिल प्रक्रियाओं में उलझ सकता है।
राजनीतिक और सामाजिक दबाव भी बढ़ रहा है कि इतने वर्षों से लंबित यह विवाद आपसी सहमति से सुलझे।
👉 यह मामला सिर्फ कानूनी विवाद नहीं बल्कि भारत के सबसे बड़े शाही परिवार की संपत्ति और विरासत से जुड़ा है। आने वाले तीन महीने में यह तय हो जाएगा कि 40 हजार करोड़ की संपत्ति पर सुलह होगी या विवाद और गहराएगा।
—✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा