गंगा सेवा निधि ने श्रद्धालुओं से की अपील, दशाश्वमेध घाट सहित कई घाटों पर आरती पर रोक
वाराणसी। काशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर गंगा सेवा निधि प्रबंधन ने घोषणा की है कि दशाश्वमेध घाट पर होने वाली भव्य गंगा आरती 5 फरवरी 2025 तक आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगी। संस्था ने दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस दौरान अन्य घाटों की यात्रा करने से बचें और प्रबंधन के फैसले का सम्मान करें।
दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती पर रोक
गंगा सेवा निधि के अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी आमद और प्रबंधन से जुड़े अपरिहार्य कारणों के चलते यह निर्णय लिया गया है। हालांकि, निश्चित संख्या में आमंत्रित श्रद्धालु और विशेष अतिथि ही सीमित रूप से आरती में शामिल हो सकेंगे।
अन्य घाटों पर भी गंगा आरती प्रभावित
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए शीतला घाट, अस्सी घाट और अन्य प्रमुख घाटों पर भी गंगा आरती करने वाली समितियों ने जनसामान्य से अपील की है कि वे भीड़भाड़ से बचें और सहयोग करें।
श्रद्धालुओं को हो सकती है असुविधा, प्रशासन ने की विशेष व्यवस्था
गंगा आरती को देखने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु वाराणसी आते हैं। इस रोक के कारण उन्हें असुविधा हो सकती है, लेकिन सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। स्थानीय प्रशासन ने भी घाटों पर सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष व्यवस्था की है।
6 फरवरी से फिर होगी नियमित गंगा आरती
गंगा सेवा निधि के अनुसार, 6 फरवरी 2025 से दशाश्वमेध घाट और अन्य घाटों पर गंगा आरती फिर से आम जनता के लिए शुरू कर दी जाएगी।