✍️.पत्रकार अकरम खान कि रिपोर्ट
दुनियाभर में 11 फरवरी को विश्व यूनानी दिवस मनाया जाता है. यह दिन प्रसिद्ध यूनानी चिकित्सक हकीम अजमल खान की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यूनानी दिवस कामकसद लोगों को यूनानी चिकित्सा के बारे में जागरूक करना है. यूनानी एक पुरानी चिकित्सा प्रणाली है।
कई ऐसी बीमारियां हैं जो यूनानी चिकित्सा की मदद से ठीक हो सकती हैं।
यूनानी चिकित्सा पद्धति शरीर के हर अंग में मौजूद बीमारी का इलाज कर सकती है. यूनानी दवाएं एंटी- बैक्टीरियल और एंटी- इंफ्लेमेट्री होती हैं, जो शरीर से दर्द, सूजन और खतरनाक बैक्टीरिया को खत्म करती हैं. यूनानी दवाओं की मदद से पेट की बीमारी, स्किन की बीमारी, गठिया से लेकर हार्ट डिजीज तक का इलाज किया जाता है, हालांकि एलोपैथी की तरह इसमें तुरंत आराम नहीं मिलता, लेकिन यूनानी की मदद से बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है. इसमें मरीज के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और बीमारी की असल वजह को पहचानकर उसको खत्म करने पर काम किया जाता है. यूनानी में आज के समय की खतरनाक बीमारियों का भी इलाज हो सकता है।
यूनानी में मरीज के रक्त, कफ, पीला पित्त और काला पित्त को संतुलित किया जाता है. इनके संतुलन से कई बीमारियां काबू में आ जाती है. यूनानी में बुखार और सर्दी का भी इलाज है. सर्दी लगने पर गर्म दवाएं दी जाती हैं और अगर किसी को बुखार आ रहा है तो मरीज के शरीर को ठंडा रखा जाता है. इस दौरान पित्त का संतुलन फिर से ठीक किया जाता है. इसके लिए मरीज को मलत्यागने, पेशाब करने और उल्टी लगाने की विशेष दवाएं दी जाती हैं. इससे पूरा शरीर डिटॉक्स हो जाता है।
उपरोक्त सभी जानकारी हमे ड़ा मोहम्मद मोईनुद्दीन, युनानी फिजिशियन एंव हिजामा स्पेशलिस्ट ने मुहैया करवाई है। धन्यवाद डाक्टर साहब..