जयपुर: JDA के अधीक्षण अभियंता पर ACB का बड़ा एक्शन, 253% अधिक संपत्ति का खुलासा
रिपोर्ट: ✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर: राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के अधीक्षण अभियंता अविनाश शर्मा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी की टीम ने जयपुर सहित 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है।
छापेमारी में मिले बंगले, प्लॉट, बैंक बैलेंस और नकद राशि
ACB जांच में सामने आया कि अविनाश शर्मा ने आय से 253% अधिक संपत्ति अर्जित की है। अब तक की जांच में ये संपत्तियां मिली हैं:
- 50 से अधिक प्लॉट (25 से ज्यादा कॉलोनियों में)
- 6 आलीशान बंगले
- 7 बैंक खाते (जिनमें लगभग 30 लाख रुपये जमा)
- नकद 6.25 करोड़ से अधिक की संपत्ति
- 25 लाख रुपये की गाड़ियां
- 90 लाख रुपये म्यूचुअल फंड में निवेश
- बेटियों की पढ़ाई पर 50 लाख रुपये खर्च
ACB की टीम ने अविनाश शर्मा के जयपुर सहित विभिन्न इलाकों में मौजूद आवासीय और व्यावसायिक परिसरों पर एक साथ दबिश दी।
गोपनीय सूचना से खुली पोल, ACB टीम की कार्रवाई
ACB के एडिशनल एसपी ज्ञान प्रकाश नवल के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में खुलासा हुआ कि अविनाश शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान बिल्डर्स और कॉलोनाइजरों को लाभ पहुंचाकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। अधिकारियों के मुताबिक, यह कार्रवाई गोपनीय सूचना के आधार पर शुरू हुई थी।
JDA में रहते हुए बिल्डर्स को पहुंचाया फायदा
जांच में सामने आया कि अविनाश शर्मा ने गोपालपुरा मोड़, मानसरोवर, सांगानेर, पृथ्वीराज नगर, जगतपुरा, प्रतापनगर और रिंग रोड के आसपास 25 से अधिक कॉलोनियों में संपत्तियां अर्जित कीं।
वह JDA में रहते हुए कई निजी बिल्डरों और डेवलपर्स को नियमों में ढील देकर फायदा पहुंचाता था और बदले में खुद के लिए सस्ते दरों पर प्लॉट खरीदता था।
ACB ने इन जगहों पर मारे छापे
ACB ने जयपुर में कई स्थानों पर तलाशी ली, जिनमें शामिल हैं:
- गोपालपुरा मोड़, हिम्मत नगर में मकान नंबर 157
- जेडीए कार्यालय और उससे जुड़े अन्य ठिकाने
- प्लॉट नंबर 10, 21 कीर्ति सागर, बदरवास, जयपुर
- प्लॉट नंबर 58, इनकम टैक्स कॉलोनी, जगतपुरा, जयपुर
- किंजल कॉलोनाइजर प्राइवेट लिमिटेड और नीलकंठ रियल स्टेट के ऑफिस, मांगियावास, जयपुर
- सी-371 प्रधान मार्ग, मालवीय नगर, जयपुर
- प्लॉट नंबर 75, राठी नगर, बदरवास, जयपुर
भविष्य में और खुलासे संभव
ACB अधिकारी अभी बैंक लॉकरों और अन्य निवेशों की जांच कर रहे हैं, जिससे और अधिक संपत्तियों का खुलासा हो सकता है। ACB की टीम यह भी जांच कर रही है कि किन बिल्डरों और अधिकारियों से सांठगांठ कर संपत्ति अर्जित की गई।
भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की बड़ी कार्रवाई
यह मामला राजस्थान में सरकारी अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जित करने का एक और बड़ा उदाहरण है। ACB ने साफ किया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी, और इस मामले में शामिल अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।