वॉट्सऐप यूजर्स पर साइबर फ्रॉड का एक नया और खतरनाक खतरा मंडरा रहा है। इस बार स्कैम की शुरुआत होती है एक ब्लर (धुंधली) फोटो से, जो यूजर्स के फोन पर किसी अनजान नंबर से भेजी जाती है। हैकर्स इस फोटो के साथ ऐसा कैप्शन भेजते हैं, जिससे यूजर जिज्ञासा में आकर फोटो पर क्लिक कर ही देता है।

कैसे किया जाता है स्कैम?
हैकर इस स्कैम में steganography नाम की तकनीक का इस्तेमाल करते हैं, जिसके तहत किसी भी इमेज में एक मलीशियस कोड छिपाया जा सकता है। जैसे ही यूजर इस फोटो को डाउनलोड करता है या ओपन करता है, यह कोड फोन में एक्टिव होकर मैलवेयर को इंस्टॉल कर देता है। इसके बाद हैकर्स को यूजर के फोन का रिमोट ऐक्सेस मिल जाता है।
क्या-क्या हो सकता है नुकसान?
फोन में मौजूद बैंकिंग और UPI ऐप्स तक पहुंच
टेक्स्ट मैसेज और OTP पढ़ने की क्षमता
निजी डेटा चोरी या मॉडिफाई किया जा सकता है
फोन का कैमरा और माइक्रोफोन भी रिमोट से ऐक्सेस किया जा सकता है
कैसे रखें खुद को सेफ?
1. अनजान नंबर से आए मीडिया को न खोलें
अगर किसी अनजान नंबर से कोई फोटो या वीडियो आए, तो बिना पुष्टि किए उसे न खोलें।
2. वॉट्सऐप का ऑटो-डाउनलोड बंद करें
वॉट्सऐप सेटिंग्स > स्टोरेज और डेटा > मीडिया ऑटो-डाउनलोड
सभी ऑप्शन में “No Media” सिलेक्ट करें
3. फोन को अपडेट रखें
समय-समय पर सिस्टम अपडेट इंस्टॉल करते रहें
सिक्योरिटी पैच यूजर्स को ऐसे ही खतरों से बचाते हैं
सावधानी ही बचाव है
इस तरह के साइबर हमलों से बचने के लिए जरूरी है कि यूजर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध मैसेज या फाइल पर तुरंत प्रतिक्रिया न करें। किसी भी अनजान लिंक या मीडिया को खोलने से पहले जांच जरूरी है।