✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
भोपाल:
राजधानी भोपाल में एक खौफनाक आपराधिक साजिश का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें कथित रूप से एक मुस्लिम युवक फरहान के नेतृत्व में एक गैंग हिन्दू लड़कियों को बहला-फुसलाकर शारीरिक शोषण करता था। पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी खुद को हिन्दू नामों से पेश कर युवतियों को प्रेमजाल में फँसाते थे और फिर उनका यौन शोषण कर ब्लैकमेल करते थे।
भोपाल पुलिस ने इस मामले में अब तक 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में गैंग के सरगना फरहान ने दावा किया है कि वह इस हरकत को ‘धार्मिक कार्य’ मानता था और उसे कोई पछतावा नहीं है। पुलिस के अनुसार, फरहान ने स्वीकार किया कि उसने और उसके साथियों ने जानबूझकर हिन्दू लड़कियों को निशाना बनाया।
महंगी गाड़ियाँ और नकली पहचान का इस्तेमाल
गैंग में शामिल युवक महंगी गाड़ियाँ और ब्रांडेड कपड़ों का इस्तेमाल कर युवतियों को आकर्षित करते थे। वे फर्जी नाम और पहचान का इस्तेमाल करते थे, जिससे लड़कियाँ उनकी असलियत नहीं जान पाती थीं। आरोपी अकसर घर से दूर रह रहीं लड़कियों को निशाना बनाते थे।
वीडियो बनाकर धमकी और ब्लैकमेलिंग
शिकायत के अनुसार, फरहान और उसके साथी लड़कियों के साथ संबंध बनाकर उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग करते थे। इसके बाद इन वीडियो के जरिए उन्हें धमकाया जाता था। कई लड़कियाँ मानसिक रूप से टूट गईं और कुछ ने आत्महत्या तक का प्रयास किया।
कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
भोपाल पुलिस ने IPC की गंभीर धाराओं और POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। सभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या इस गैंग को किसी बाहरी संगठन से फंडिंग मिल रही थी।
सावधानी और सामूहिक जागरूकता की ज़रूरत
यह मामला न केवल अपराध की भयावहता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आधुनिक तकनीक और पहचान की छिपाव प्रणाली का दुरुपयोग समाज में किस तरह के संकट पैदा कर सकता है। ऐसे मामलों में सामूहिक जागरूकता, डिजिटल सावधानी, और साम्प्रदायिक सद्भाव की रक्षा बहुत आवश्यक है।