✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
सोजत (पाली), 16 जून 2025 को — सोजत कृषि उपज मंडी में मेहंदी दलाल मनोहरलाल माली के साथ हुई 5 लाख 30 हजार रुपये की बड़ी चोरी का नाटकीय मोड़ सामने आया है। चोरी के चार दिन बाद पुलिस और व्यापारी की संयुक्त कार्रवाई में चोरी की पूरी रकम एमपी (मध्यप्रदेश) में बरामद कर ली गई है, हालांकि चोर अब भी फरार हैं।
कैसे हुई चोरी – 16 जून की दोपहर
सोजत मंडी में 16 जून को दोपहर करीब 2:00 बजे यह घटना हुई थी। मेहंदी दलाल मनोहरलाल माली बैंक से ₹5.30 लाख नकद लेकर अपने कार्यालय पहुंचे थे। जल्दी में रकम को बाइक की डिक्की में ही छोड़कर ऑफिस चले गए। कुछ ही मिनटों में पीछे-पीछे मंडी में घुसे दो बाइक सवार चोरों ने डिक्की का ताला तोड़ा और रकम लेकर फरार हो गए।
मोबाइल ट्रैकिंग से मिला सुराग, पहुंचे एमपी
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और मनोहरलाल माली के मोबाइल लोकेशन और आसपास के निजी सीसीटीवी कैमरों की मदद से जांच आगे बढ़ाई। मोबाइल ट्रैकिंग के जरिए सुराग एमपी की ओर मिला, जिसके बाद व्यापारी और पुलिस की संयुक्त टीम सोजत से मध्यप्रदेश रवाना हुई।
चोर नहीं मिले, लेकिन मिल गई पूरी रकम
टीम को चोर तो हाथ नहीं लगे, लेकिन जो बैंक से रुपए लेकर के गया था वही रुपए वापस कुछ लोगों ने दे दिए गए ₹5.30 लाख नगद बरामद कर लिए गए। रकम की पुष्टि के बाद पुलिस ने उसे व्यापारी को सौंप दिया। अब व्यापारी मनोहरलाल माली ने राहत की सांस ली है।
व्यापारी खुश चोर खुश ओर पुलिस को मिली सराहना
पैसे वापस मिलने के बाद व्यापारी ने सोजत पुलिस का आभार जताया और कहा कि “पुलिस की सक्रियता और तेज कार्रवाई से मुझे मेरा धन वापस मिला। मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द ही चोर भी पकड़े जाएंगे।”
साथ ही मंडी व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली की सराहना की।
अब भी खड़े हैं कई सवाल
हालांकि रकम मिल गई है, लेकिन चोरों की गिरफ्तारी अभी बाकी है, और मंडी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल जस के तस हैं। मंडी समिति द्वारा लगाए गए सीसीटीवी कैमरे वर्षों से खराब हैं, जो इस घटना में भी किसी काम नहीं आए। यदि ये कैमरे चालू होते, तो चोरों की पहचान और ट्रैकिंग और आसान हो सकती थी।
यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही भारी पड़ सकती है। हालांकि सोजत पुलिस की तत्परता से व्यापारी को राहत मिली है, लेकिन अब जरूरत है मंडी में सुरक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
यह खबर व्यापारियों, मंडी समिति और प्रशासन सभी के लिए एक सबक है — लापरवाही में लाखों का नुक़सान हो सकता है, पर सतर्कता से बचाव भी संभव है।