जयपुर।सोजत वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
राजस्थान सरकार ने राज्य के 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को गंभीर बीमारियों में राहत प्रदान करने के लिए एक नई पहल की है। ‘मां’ योजना के तहत अब इस आयु वर्ग के बुजुर्गों को 25 लाख रुपए तक का नि:शुल्क इलाज मिलेगा। राज्य सरकार ने इस योजना में एक नई श्रेणी जोड़ते हुए कैशलेस उपचार की सुविधा सुनिश्चित की है, जिससे बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवाओं का तनावमुक्त लाभ मिलेगा।
कैसे मिलेगा फायदा?
राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेन्स एजेंसी (RSHA) ने इसके लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं। योजना के तहत केवल सरकार द्वारा अधिकृत अस्पतालों में यह सुविधा उपलब्ध होगी। बुजुर्गों को डॉक्टर की फीस, दवाओं और उपचार के अन्य खर्चों के लिए जेब से कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। कैशलेस प्रक्रिया के माध्यम से इलाज संभव होगा।
कौन-कौन से बुजुर्ग होंगे शामिल?
1. राजस्थान के स्थायी निवासी, जिनकी आयु 70 वर्ष या उससे अधिक है।
2. जिनके पास ‘मां’ योजना का कार्ड है।
3. योजना में पंजीकृत सरकारी या निजी अस्पतालों में ही इलाज करवाने पर यह लाभ मिलेगा।
योजना की मुख्य विशेषताएं
25 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज।
डॉक्टर की फीस, दवा और सर्जरी का खर्च भी शामिल।
अधिकृत अस्पतालों में कैशलेस इलाज।
गंभीर बीमारियों का उपचार, जैसे दिल, कैंसर, किडनी और अन्य जटिल रोग।
सरकार का उद्देश्य
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पहल को बुजुर्गों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह योजना बुजुर्गों को उनके अंतिम जीवनकाल में आर्थिक बोझ से राहत देगी और उन्हें गरिमापूर्ण जीवन जीने में सहायक होगी।
जनता की प्रतिक्रिया
योजना के ऐलान के बाद प्रदेशभर में बुजुर्गों और उनके परिजनों ने इस कदम की सराहना की है। लोगों का कहना है कि इससे बुजुर्गों के इलाज का तनाव कम होगा और वे बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
कैसे करें आवेदन?
बुजुर्ग इस योजना का लाभ उठाने के लिए नजदीकी जनसेवा केंद्र पर जाकर पंजीकरण करवा सकते हैं। ‘मां’ योजना का कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड, आयु प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी।
राजस्थान सरकार की यह पहल सामाजिक न्याय और स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद है कि इस योजना से राज्य के हजारों बुजुर्गों को नई उम्मीद और राहत मिलेगी।