
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले में एक दुखद घटना घटी, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार के एक वर्ष पूरे होने के कार्यक्रम से लौट रहे ग्राम विकास अधिकारी (VDO) की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब ग्राम विकास अधिकारी की कार बेकाबू होकर तालाब में गिर गई और कार के डूबने से उनकी जान चली गई। यह हादसा क्षेत्र में शोक की लहर छोड़ गया है।
हादसे की पूरी जानकारी
यह हादसा उदयपुर जिले के एक ग्रामीण इलाके में हुआ, जब ग्राम विकास अधिकारी (VDO) कार्यक्रम में ड्यूटी के बाद घर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि वह राज्य सरकार के भजनलाल सरकार के एक साल पूरे होने के कार्यक्रम के दौरान फूड पैकेट्स के वितरण की ड्यूटी पर थे। कार्य समाप्त करने के बाद, वह अपनी कार से लौट रहे थे।
जैसे ही उनकी कार एक तालाब के पास पहुंची, वह बेकाबू हो गई और सड़क से निकलकर सीधे तालाब में गिर गई। कार के पलटने और तालाब में गिरने की आवाज सुनकर पास के गांव के लोग मौके पर पहुंचे। जब तक लोग वहां पहुंचे, कार पूरी तरह से पानी में डूब चुकी थी। अधिकारियों के मुताबिक, कार पूरी तरह से पलटी हुई थी और चालक अंदर ही फंसा हुआ था। ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस और बचाव दल को सूचित किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
ग्राम विकास अधिकारी की पहचान
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतक की पहचान ग्राम विकास अधिकारी के रूप में की। उनका नाम राजेन्द्र कुमार था, जो स्थानीय ग्राम पंचायत में कार्यरत थे। वह कार्यक्रम में ड्यूटी के बाद अपने घर लौट रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार, राजेन्द्र कुमार बेहद समर्पित अधिकारी थे और उनकी कार्यक्षमता की इलाके में सराहना होती थी। उनकी मृत्यु ने क्षेत्र के लोगों को शोकाकुल कर दिया है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, कार चालक की लापरवाही से यह हादसा हो सकता है, लेकिन पूरी जांच के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चलेगा। पुलिस ने हादसे में मृतक के शव को तालाब से बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और प्रशासन इस घटना की पूरी जांच कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।
ग्रामीणों का प्रतिक्रिया
हादसे की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई। तालाब के पास के लोग और आसपास के क्षेत्रों के निवासी घटनास्थल पर जमा हो गए थे। कुछ ग्रामीणों ने इस दुर्घटना को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि उस स्थान पर सड़क सुरक्षा और सावधानी के इंतजाम नहीं थे।
ग्रामीणों ने प्रशासन से यह मांग की कि इस तालाब के पास सड़क को सुरक्षित किया जाए और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किसी प्रकार का बैरिकेड या चेतावनी दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय प्रशासन को यहां पर यातायात के संकेतक और सड़क पर बुनियादी सुरक्षा उपायों को लागू करना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री और प्रशासन का शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा, “यह हादसा बेहद दुखद है। हम मृतक के परिवार के साथ हैं और उनकी शोक संवेदनाओं को साझा करते हैं। राज्य सरकार मृतक के परिवार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।”
इसके साथ ही प्रशासन ने भी शोक व्यक्त करते हुए मृतक के परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
सड़क सुरक्षा पर जोर
इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर फिर से ध्यान केंद्रित किया है। कई बार से दुर्घटनाओं की खबरें सामने आ चुकी हैं, जहां सड़क पर उचित सुरक्षा उपायों की कमी देखी गई। हादसे के बाद से अब यह मांग की जा रही है कि तालाब के पास सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दी जाए।
प्रशासन ने संकेत दिया कि आगामी दिनों में उस सड़क मार्ग की जांच की जाएगी और सड़क सुरक्षा की स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, इस घटना के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सभी सरकारी कर्मचारियों को सावधानी बरतने और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है।
उदयपुर में हुई यह दुर्घटना एक दर्दनाक हादसा है, जिसमें एक समर्पित सरकारी अधिकारी की जान चली गई। ग्राम विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार की मौत ने न केवल उनके परिवार को गहरा दुख दिया है, बल्कि पूरी समुदाय को भी शोकित कर दिया है। अब यह जरूरी है कि प्रशासन इस हादसे से सीख ले और सड़क सुरक्षा के उपायों को सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।