प्रतापगढ़ जिले के अरनोद थाना क्षेत्र में रुपये के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में हत्या का प्रयास करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले इस प्रकरण में दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी थी और पुलिस की सक्रियता से आरोपी को पकड़ने में सफलता मिली है।
घटना का पूरा विवरण
घटना बीते 14 नवंबर की है, जब मानपुरा निवासी आजाद अपनी दुकान पर बैठा हुआ था। इस दौरान देवल्दी निवासी शाहिद खान अपने साथियों इकबाल खान, इब्राहिम खान और कालू खान के साथ दुकान पर आया। शाहिद ने आजाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है और जो रुपये मांगे गए थे, वह भी नहीं दिए।
गुस्से में आकर शाहिद ने आजाद पर पिस्तौल तान दी और धमकी दी कि उसे तड़पा-तड़पा कर मार देंगे। इतना ही नहीं, शाहिद के साथियों ने भी आजाद पर हमला कर दिया और मारपीट शुरू कर दी।
मारपीट और धमकी की आवाजें सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। भीड़ को आता देख आरोपी वहां से फरार हो गए, लेकिन जाते-जाते उन्होंने आजाद को जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित ने दर्ज करवाई रिपोर्ट
इस घटना के बाद पीड़ित आजाद ने हिम्मत जुटाकर पुलिस के पास जाकर शिकायत दर्ज करवाई। उसने अपनी रिपोर्ट में चारों आरोपियों के नाम और घटना का पूरा विवरण दिया। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि यह विवाद रुपये के लेनदेन और पुलिस में शिकायत करने को लेकर था।
आजाद ने यह भी बताया कि आरोपियों ने उसे गंभीर चोटें पहुंचाई और उसके साथ जानलेवा हमला किया। इस घटना ने न केवल आजाद को डराया, बल्कि पूरे इलाके में तनाव का माहौल बना दिया।
पुलिस की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी
शिकायत दर्ज होने के बाद अरनोद थाने के अधिकारी हजारीलाल ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल जांच शुरू की। पुलिस ने पहले कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी शाहिद खान और उसके साथी इब्राहिम खान को गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि, इस मामले में तीसरा आरोपी कालू खान फरार चल रहा था। पुलिस ने उसकी तलाश में लगातार प्रयास किए और आज उसे पकड़ने में सफलता हासिल की। जब पुलिस कालू खान को पकड़ने पहुंची, तो वह भागने लगा। इस पर पुलिस ने करीब डेढ़ किलोमीटर तक उसका पीछा किया और आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों की निशानदेही पर बाइक बरामद
गिरफ्तार किए गए आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने पीड़ित आजाद की बाइक भी बरामद कर ली, जिसे आरोपियों ने घटना के दौरान अपने कब्जे में ले लिया था। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रुपये के लेनदेन और आपराधिक प्रवृत्ति का मामला
यह मामला केवल रुपये के लेनदेन का विवाद नहीं है, बल्कि इसमें आपराधिक प्रवृत्ति और हिंसा भी शामिल है। शाहिद और उसके साथियों ने पहले पीड़ित को धमकाया और फिर जान से मारने की कोशिश की।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मामलों में समय रहते सख्त कार्रवाई करना बेहद जरूरी है। यदि पुलिस तुरंत कार्रवाई न करती, तो आरोपियों का हौसला और बढ़ सकता था, जिससे पीड़ित की जान को गंभीर खतरा हो सकता था।
पुलिस की सक्रियता से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस की तत्परता और सक्रियता ने इस मामले में बड़ी भूमिका निभाई है। फरार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी की और उसे भागने का मौका नहीं दिया। डेढ़ किलोमीटर तक पीछा करने के बाद आरोपी को पकड़ना पुलिस के साहस और सतर्कता को दर्शाता है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और चौथे आरोपी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है।
इलाके में शांति और सुरक्षा का भरोसा
इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके में शांति और सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। अधिकारी स्थानीय लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे किसी भी तरह के विवाद या अपराध की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए पुलिस ने एक बार फिर यह साबित किया है कि वह कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है, और पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के पीछे और कौन से लोग या कारण हो सकते हैं। साथ ही, इस मामले को जल्द से जल्द अदालत में पेश कर आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
यह घटना एक सबक है कि आपसी विवादों को सुलझाने के लिए हिंसा का सहारा न लिया जाए, और अगर कोई समस्या हो, तो उसे कानून के दायरे में रहकर सुलझाने का प्रयास किया जाए।