बारां जिले में दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है, जहां जीजा-साली के अवैध रिश्ते ने एक मासूम परिवार को बर्बाद कर दिया। अंता थाना इलाके में मिले युवक के शव की गुत्थी को पुलिस ने महज 36 घंटे में सुलझा लिया। जांच में पता चला कि मृतक धर्मराज बैरवा (40) की हत्या उसकी पत्नी गुड्डी बाई ने अपने जीजा सत्यनारायण के साथ मिलकर की थी। दोनों का शादी से पहले से ही प्रेम प्रसंग चल रहा था, और इस रिश्ते में धर्मराज बाधा बन रहा था। इसलिए दोनों ने साजिश रचकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
नहर किनारे मिला शव, सिर पर पत्थरों से किया गया हमला
13 दिसंबर को बारां जिले के सांगोद-सोरसन रोड पर दाईं मुख्य नहर के किनारे एक युवक का शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान धर्मराज बैरवा के रूप में हुई, जो बारां का रहने वाला था। शव की हालत देखकर स्पष्ट हो गया कि सिर पर पत्थरों से कई बार हमला कर उसकी निर्मम हत्या की गई है। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
बारां एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि जांच के दौरान धर्मराज के मोबाइल की लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। फुटेज में वह अपने सगे साडू (पत्नी की बहन के पति) सत्यनारायण के साथ बाइक पर जाते हुए देखा गया। शक के आधार पर पुलिस ने सत्यनारायण को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की।
प्रेम प्रसंग ने रची हत्या की साजिश
पूछताछ में सत्यनारायण ने खुलासा किया कि धर्मराज की पत्नी गुड्डी बाई से उसका शादी से पहले ही प्रेम प्रसंग चल रहा था। गुड्डी की शादी धर्मराज से हुई, लेकिन वह अपने जीजा सत्यनारायण से संपर्क में रही। इस अवैध रिश्ते की जानकारी धर्मराज को हो गई थी, जिससे घर में अक्सर विवाद होता था।
धर्मराज ने कई बार दोनों को रोकने की कोशिश की, लेकिन यह बात सत्यनारायण और गुड्डी को नागवार गुजरी। उन्होंने मिलकर धर्मराज को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
वारदात का खौफनाक प्लान
सत्यनारायण ने अपने साडू धर्मराज को शराब पिलाने के बहाने बाहर ले जाने की योजना बनाई। 12 दिसंबर की शाम को वह धर्मराज को बाइक पर बिठाकर बारां शहर के सोरसन इलाके में ले गया। वहां दोनों ने शराब पी, और जब धर्मराज नशे में धुत हो गया, तो सत्यनारायण ने उसे नहर के पास ले जाकर धकेल दिया। इसके बाद उसने बड़े पत्थरों से धर्मराज के सिर पर चार-पांच बार हमला किया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
हत्या को अंजाम देकर सत्यनारायण वहां से भाग निकला, और उसने इसे एक सामान्य घटना दिखाने की कोशिश की।
पुलिस की सूझबूझ से खुला राज
पुलिस ने इस मामले में बड़ी तेजी से काम किया। साइबर टीम की मदद से मृतक के मोबाइल की लोकेशन और आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की गई। सत्यनारायण को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
सत्यनारायण की निशानदेही पर पुलिस ने धर्मराज की पत्नी गुड्डी बाई को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसने हत्या की साजिश रचने में पूरा साथ दिया था।
परिवार में मातम, समाज में आक्रोश
इस हत्याकांड का खुलासा होते ही धर्मराज के परिवार में मातम छा गया। उसकी मौत की खबर सुनकर परिजन सन्न रह गए। गांव और आसपास के इलाके में यह घटना चर्चा का विषय बन गई है। लोग जीजा-साली के इस अवैध संबंध और हत्या की साजिश पर गुस्सा जता रहे हैं।
अवैध रिश्ते ने छीना एक मासूम का भविष्य
धर्मराज और गुड्डी बाई की एक 12 साल की बेटी भी है। यह हत्या न केवल एक पति की जान लेने का अपराध है, बल्कि एक मासूम बच्ची का भविष्य भी दांव पर लगा दिया। अब वह बच्ची अपने पिता को कभी नहीं देख पाएगी और मां के इस अपराध का दंश भी झेलेगी।
पुलिस ने क्या कहा?
बारां एसपी राजकुमार चौधरी ने कहा कि इस घटना में शामिल दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। उनसे और पूछताछ की जाएगी ताकि हत्या के पीछे के सभी पहलुओं को स्पष्ट किया जा सके।
समाज को सिखाने वाली घटना
यह घटना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। अवैध रिश्तों और झूठे प्रेम की यह कहानी केवल एक व्यक्ति की जान लेने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसने कई जिंदगियों को तबाह कर दिया। यह घटना बताती है कि व्यक्तिगत इच्छाओं और संबंधों को नियंत्रित करना कितना जरूरी है, ताकि समाज में शांति और सद्भाव बना रहे।
बारां जिले का यह हत्याकांड रिश्तों की पवित्रता को कलंकित करता है। पुलिस की मुस्तैदी से मामले का खुलासा हो गया है, लेकिन यह सवाल छोड़ गया है कि ऐसे अपराधों को रोकने के लिए समाज को क्या कदम उठाने चाहिए?