आजकल स्मार्टफोन और डिजिटल युग में कॉल रिकॉर्डिंग एक आम प्रचलन बन चुकी है। लोग विभिन्न कारणों से कॉल रिकॉर्ड करते हैं, लेकिन हाल ही में इससे संबंधित एक गंभीर कानूनी चेतावनी सामने आई है। अगर आप भी बिना अनुमति के किसी की कॉल रिकॉर्ड कर रहे हैं, तो यह आपको जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा सकता है। आइए इस विषय पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
SOJAT NEWS के WHATSAPP GROUP में जुड़ने के लिए क्लिक करे…..
कॉल रिकॉर्डिंग: कानून क्या कहता है?
भारत में कॉल रिकॉर्डिंग सीधे तौर पर “गोपनीयता के अधिकार” और “आईटी एक्ट, 2000” से जुड़ी है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत गोपनीयता का अधिकार मौलिक अधिकारों में शामिल है।
- अनुमति के बिना रिकॉर्डिंग: अगर आप किसी की सहमति के बिना उनकी बातचीत रिकॉर्ड करते हैं, तो यह उनके निजता के अधिकार का उल्लंघन है।
- आईटी एक्ट के तहत दंड: भारतीय दंड संहिता (IPC) और आईटी एक्ट के तहत यह साइबर अपराध की श्रेणी में आता है। इसमें दोषी पाए जाने पर भारी जुर्माना या जेल की सजा हो सकती है।

अगर आप भी कर रहे है कॉल रिकॉर्डिंग तो हो सकती है जेल, जाने पूरी खबर
जेल और जुर्माने का प्रावधान
- आईटी एक्ट, 2000 की धारा 66(E): यह धारा निजी जानकारी के दुरुपयोग और अनाधिकृत रिकॉर्डिंग को अपराध मानती है। इसमें दोषी पाए जाने पर 3 साल तक की जेल या 2 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।
- आईपीसी की धारा 354(D): अगर रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल किसी को ब्लैकमेल करने या परेशान करने के लिए किया गया, तो इसमें और कड़ी सजा का प्रावधान है।
क्यों है यह खतरनाक?
- निजता का उल्लंघन: किसी की सहमति के बिना कॉल रिकॉर्ड करना उनकी निजता का सीधा उल्लंघन है।
- ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी: कॉल रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल अक्सर धोखाधड़ी और ब्लैकमेल के लिए किया जाता है, जिससे कानून ने इसे गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा है।
- साइबर अपराध की श्रेणी: अनधिकृत कॉल रिकॉर्डिंग को साइबर क्राइम के रूप में देखा जाता है, जिससे व्यक्ति को जेल की सजा हो सकती है।
आपको क्या करना चाहिए?
- सहमति लें: कॉल रिकॉर्डिंग से पहले हमेशा दूसरे पक्ष से अनुमति लें।
- कानूनी उपयोग: रिकॉर्डिंग केवल कानूनी और आवश्यक उद्देश्यों के लिए करें, जैसे सबूत के तौर पर (कानून के तहत)।
- डिजिटल सुरक्षा: अपनी रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखें और इसे बिना सहमति के साझा न करें।
सरकार की सलाह और जागरूकता
सरकार और साइबर सुरक्षा विभाग लगातार लोगों को इस विषय में जागरूक कर रहे हैं। अगर आप किसी ऐसे मामले का सामना करते हैं, जहां आपकी बातचीत रिकॉर्ड की गई हो और उसका दुरुपयोग हुआ हो, तो साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।
निष्कर्ष
कॉल रिकॉर्डिंग जितनी आसान प्रक्रिया है, उतनी ही संवेदनशील भी। बिना अनुमति के इसे करना आपको गंभीर परेशानी में डाल सकता है। अपनी और दूसरों की गोपनीयता का सम्मान करें और कानून के दायरे में रहकर तकनीक का उपयोग करें।