राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में नशे के सौदागरों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत अरनोद पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 11 किलो 300 ग्राम अफीम डोडा चूरा, नकदी, और तस्करी में उपयोग की जा रही कार जब्त की। तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मादक पदार्थ की अनुमानित कीमत 1 लाख 70 हजार रुपये आंकी गई है।

अरनोद पुलिस का बड़ा एक्शन: लाखों का डोडा चूरा बरामद, तीन तस्कर गिरफ्तार
एसपी के निर्देशन में हुआ ऑपरेशन
प्रतापगढ़ जिले के एसपी विनीत कुमार बंसल के निर्देशन में पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। इसी क्रम में अरनोद थाना अधिकारी हजारीलाल मीणा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने यह बड़ी कार्रवाई की।
गश्त के दौरान कार ने बढ़ाई पुलिस की शंका
अरनोद पुलिस टीम रुंडिया तिराहे के पास गश्त कर रही थी, जब उन्होंने कच्चे रास्ते से आ रही एक संदिग्ध कार को देखा। पुलिस टीम को देखते ही कार चालक ने अपनी गाड़ी मोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए कार को रोका और उसमें सवार व्यक्तियों से पूछताछ शुरू की।
कार में तीन तस्कर गिरफ्तार
कार में बैठे तीनों व्यक्तियों ने अपना परिचय जोधपुर निवासी मनीष जाट (कार चालक), ज्योतिष भील, और जीतू राम भील के रूप में दिया। पुलिस को उनकी हरकतों और जवाबों से शक हुआ। जब गाड़ी की तलाशी ली गई, तो उसमें दो कट्टों में 11 किलो 300 ग्राम अफीम डोडा चूरा पाया गया।
नगदी और तस्करी में उपयोग की जा रही कार जब्त
तलाशी के दौरान पुलिस ने तस्करी के लिए उपयोग हो रही कार और 26 हजार रुपये नकद भी जब्त किए। पूछताछ में यह बात सामने आई कि आरोपी इन पैसों से और मादक पदार्थ खरीदने की योजना बना रहे थे।
एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। तस्करों से पूछताछ जारी है, और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह मादक पदार्थ कहां से लाया गया था और इसे कहां सप्लाई किया जाना था।
मादक पदार्थ तस्करी रोकने की दिशा में अहम कदम
प्रतापगढ़ जिले में मादक पदार्थों की तस्करी एक बड़ी समस्या है। ऐसे में अरनोद पुलिस की यह कार्रवाई तस्करों के खिलाफ एक सख्त संदेश है। एसपी विनीत कुमार बंसल ने बताया कि जिले में मादक पदार्थों की तस्करी को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
स्थानीय लोगों का सहयोग महत्वपूर्ण
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि पुलिस अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही है। लेकिन मादक पदार्थों की तस्करी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए समाज का सहयोग भी आवश्यक है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे नशे के खिलाफ चल रही इस लड़ाई में पुलिस का साथ दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत साझा करें।
समाज के लिए एक चेतावनी
अरनोद पुलिस की इस कार्रवाई ने तस्करों को स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून से बचना आसान नहीं है। यह कार्रवाई समाज को भी यह चेतावनी देती है कि नशे के सौदागरों का साथ देना न केवल अपराध है, बल्कि समाज को बर्बादी की ओर धकेलता है।
पुलिस की सतर्कता से बचा समाज
गश्त के दौरान सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से पुलिस ने न केवल लाखों रुपये के मादक पदार्थ जब्त किए, बल्कि तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई समाज को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि पुलिस और प्रशासन की सख्त निगरानी के कारण नशे के तस्करों के लिए अपनी गतिविधियों को अंजाम देना अब मुश्किल हो गया है। यह सफलता पुलिस की सतर्कता और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।