राजस्थान के डूंगरपुर जिले के वरदा थाना क्षेत्र के हिराता माली फला गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मामूली विवाद ने रिश्तों को शर्मसार कर दिया, जब मोबाइल फोन के झगड़े में बड़े भाई ने अपने ही छोटे भाई को चाकू घोंप दिया। इस घटना में छोटे भाई सिकंदर गंभीर रूप से घायल हो गया, उसके लीवर और आंतों को नुकसान पहुंचा। डॉक्टरों की तत्परता और एक घंटे तक चले जटिल ऑपरेशन के बाद सिकंदर की जान बचाई जा सकी।
मोबाइल फोन बना विवाद की वजह
घटना की शुरुआत तब हुई जब बड़े भाई प्रेम और छोटे भाई सिकंदर के बीच मोबाइल फोन को लेकर झगड़ा हुआ। बातचीत इतनी बढ़ गई कि गुस्से में आकर छोटे भाई सिकंदर ने फोन जमीन पर फेंक दिया, जिससे फोन टूट गया। यह देखकर बड़े भाई प्रेम का गुस्सा फूट पड़ा। उसने आवेश में घर में रखी चाकू उठाई और सीधे छोटे भाई के पेट में घोंप दी।
गंभीर हालत में सिकंदर अस्पताल पहुंचा
चाकू लगने के बाद सिकंदर तुरंत बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। उसके पेट से खून बह रहा था, और उसकी हालत बेहद गंभीर हो गई। परिवार के लोगों ने तुरंत उसे डूंगरपुर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया।
डॉक्टरों ने बचाई जान
डूंगरपुर अस्पताल के सर्जन डॉ. राजेश रोत और उनकी टीम ने सिकंदर की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत ऑपरेशन करने का फैसला किया। लगभग एक घंटे तक चले इस जटिल ऑपरेशन में सिकंदर के फटे हुए लीवर और कट चुकी आंतों को ठीक किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि यदि उसे समय पर अस्पताल नहीं लाया गया होता, तो उसकी जान बचाना मुश्किल हो जाता। ऑपरेशन के कुछ घंटे बाद सिकंदर को होश आ गया और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
थाने में नहीं दी गई रिपोर्ट
हालांकि, इस गंभीर घटना को लेकर वरदा थाने में अभी तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई है। परिवार की ओर से मामले को लेकर चुप्पी साधी गई है। पुलिस का कहना है कि यदि कोई शिकायत दर्ज होती है, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रिश्तों में बढ़ती दूरियां
यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। मामूली बातों को लेकर बढ़ते गुस्से और हिंसा की प्रवृत्ति से रिश्तों में दरार पैदा हो रही है। सिकंदर और प्रेम के बीच मोबाइल फोन जैसा छोटा विवाद, इस दुखद हादसे का कारण बन गया।
विशेषज्ञों की राय
मनोचिकित्सकों का कहना है कि आजकल छोटी-छोटी बातों पर लोगों का गुस्सा नियंत्रण से बाहर हो जाता है, जिससे ऐसे हिंसक कृत्य सामने आते हैं। परिवारों में संवाद की कमी और सहनशीलता का अभाव भी ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देता है।
समाज के लिए संदेश
यह घटना हमें यह सिखाती है कि गुस्से और आक्रोश पर नियंत्रण रखना कितना आवश्यक है। परिवार के सदस्यों के बीच विवादों को शांति से सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही, ऐसी घटनाओं में कानूनी प्रक्रिया का पालन करना भी जरूरी है ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।

रिश्ते हुए शर्मसार: मोबाइल फोन के विवाद में बड़े भाई ने छोटे भाई को घोंपा चाकू, डूंगरपुर में बड़ा हादसा