जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयकर विभाग ने लग्जरी डेस्टिनेशन वेडिंग आयोजित करने वाले बड़े संस्थानों और व्यवसायों पर बड़ी कार्रवाई की है। आयकर विभाग की टीम ने 19 दिसंबर से शुरू की गई छापेमारी में 22 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन किया है, जो अब पांचवें दिन भी जारी है। इन ठिकानों में नामी टेंट हाउस, वेडिंग प्लानर्स, कैटरर्स, और फ्लोरिस्ट्स शामिल हैं।
शाही शादियों पर छापेमारी: कौन-कौन हैं निशाने पर?
जिन संस्थानों पर कार्रवाई की गई है, उनमें तालुका टेंट हाउस, वेडिंग्स बाय भावना चरण, इंडियन वेडिंग प्लानर्स, जे ओबेरॉय कैटरर्स, माई बगिया फ्लोरिस्ट्स, मैपसर एक्सपीरियंशियल वेडिंग्स, और गुंजन सिंघल जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। ये सभी संस्थान लग्जरी डेस्टिनेशन वेडिंग्स के लिए मशहूर हैं।
इस कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग ने 6 नए ठिकानों को भी शामिल किया है, जिनमें 2 तालुका टेंट ग्रुप, 2 मैपसर और 2 अन्य वेडिंग प्लानर्स के कार्यालय शामिल हैं।

शादी में उड़ाए नोट, अब पाई-पाई का हिसाब लेने पहुंचा आयकर विभाग!
अब तक कितनी जब्ती?
आयकर विभाग ने इस छापेमारी में बड़ी मात्रा में नकदी और ज्वैलरी जब्त की है।
- नकदी: अब तक 9.65 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई है।
- ज्वैलरी: 12.61 किलोग्राम वजन की ज्वैलरी, जिसकी अनुमानित कीमत 10.25 करोड़ रुपये है।
- कुल जब्ती: चौथे दिन तक कुल 19.9 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त हो चुकी थी।
क्रिप्टो करेंसी का मामला आया सामने
आयकर विभाग की इस कार्रवाई में एक चौंकाने वाला मामला भी सामने आया है। जांच के दौरान पहली बार एक ऐसा क्रिप्टो करेंसी खाता मिला है, जो कर चोरी और संपत्ति छुपाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल हाल के वर्षों में काले धन को छुपाने का एक नया जरिया बनकर उभरा है, और आयकर विभाग की इस कार्रवाई ने इसे उजागर कर दिया है।
आयकर विभाग का सख्त संदेश
आयकर विभाग की यह कार्रवाई यह स्पष्ट करती है कि सरकार काले धन और कर चोरी के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है। यह उन लोगों के लिए एक सख्त चेतावनी है जो कर चोरी और अवैध तरीकों से अपनी संपत्ति बढ़ाने का प्रयास करते हैं।
कार्रवाई का असर
इस कार्रवाई का व्यापक प्रभाव होने की संभावना है। लग्जरी डेस्टिनेशन वेडिंग्स के लिए मशहूर संस्थानों पर की गई छापेमारी से यह संकेत मिलता है कि अब कोई भी क्षेत्र आयकर विभाग की निगरानी से बच नहीं सकता। खासतौर पर ऐसे सेक्टर, जो आमतौर पर अपनी आय और खर्चों को पारदर्शी नहीं रखते, अब आयकर विभाग के रडार पर हैं।
शाही शादियों पर पड़ रही है कड़ी नजर
जयपुर और राजस्थान लंबे समय से शाही और भव्य शादियों के लिए मशहूर रहे हैं। लेकिन इन शादियों में लाखों-करोड़ों रुपये के लेनदेन और कर चोरी की शिकायतें भी लगातार सामने आती रही हैं। आयकर विभाग की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि अब इन शादियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी।