✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जोधपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और सरदारपुरा से विधायक अशोक गहलोत अपने गृह नगर जोधपुर में लापता होने के पोस्टर लगने के बाद पहली बार रविवार को दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। यह दौरा उस समय चर्चा का विषय बना जब सरदारपुरा क्षेत्र में उनके खिलाफ जनता ने अनोखे अंदाज में विरोध जताते हुए जगह-जगह ‘लापता विधायक’ के पोस्टर लगा दिए थे।
पोस्टरों में लगाए गए गंभीर आरोप
सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर-69 की सांसी कॉलोनी और रातानाडा क्षेत्र में लगाए गए पोस्टरों में लिखा गया था, ‘हमारे विधायक जी लापता हैं, थे मासे दूर हो गया अशोक जी…’। इन पोस्टरों में गहलोत पर विधायक बनने के बाद क्षेत्र में जनता की समस्याओं की सुध नहीं लेने और विकास कार्यों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया गया। साथ ही अपील की गई कि यदि कहीं गहलोत नजर आएं तो उन्हें उनकी जिम्मेदारियां याद दिलाई जाएं।
गहलोत का दौरा और प्रतिक्रिया
अशोक गहलोत रविवार सुबह 10:30 बजे जयपुर से जोधपुर पहुंचे। उन्होंने यहां अपने समर्थकों और स्थानीय नेताओं से मुलाकात की। हालांकि, यह दौरा अचानक घोषित किया गया, जिससे यह चर्चा शुरू हो गई कि जनता के विरोध और पोस्टर कांड के बाद गहलोत ने अपने क्षेत्र का दौरा तय किया।
गहलोत जोधपुर में रात रुकेंगे और सोमवार सुबह 9 बजे जयपुर लौट जाएंगे। उनके इस दौरे को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
लोकेश शर्मा की तीखी टिप्पणी
अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने उनके दौरे पर कटाक्ष करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “डर ने बनवाया दौरा… शायद अब लापता विधायक के पोस्टर हट जाएं!!” शर्मा की इस टिप्पणी ने राजनीतिक विवाद को और हवा दी।
जनता का असंतोष और राजनीतिक दबाव
सरदारपुरा क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि अशोक गहलोत ने चुनाव जीतने के बाद से उनके क्षेत्र में विकास कार्यों की अनदेखी की है। पानी, सड़क, और बिजली जैसी बुनियादी समस्याओं को लेकर कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
गहलोत का यह दौरा क्या जनता का असंतोष कम करेगा या राजनीतिक दबाव के बीच केवल एक औपचारिकता साबित होगा, यह देखने वाली बात होगी। लेकिन यह स्पष्ट है कि पोस्टर कांड ने न केवल जोधपुर बल्कि पूरे राजस्थान में राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है।