✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपना 75वां जन्मदिन मनाया। देश की राजनीति में करिश्माई व्यक्तित्व, अटूट परिश्रम और ईमानदार छवि के लिए पहचाने जाने वाले मोदी बीते 11 वर्षों से लगातार भारत जैसे विशाल और विविधताओं से भरे देश का नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी लोकप्रियता न केवल देश में बल्कि दुनिया के लोकतांत्रिक देशों के नेताओं की सूची में भी सबसे ऊपर है।
लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद पर आसीन
स्वतंत्र भारत के इतिहास में मोदी केवल दूसरे नेता हैं जिन्होंने लगातार चुनावी सफलता के बल पर तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। पहले नेता जवाहरलाल नेहरू थे। मोदी की कार्यशैली, जनता से सीधा संवाद और दृढ़ निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें आज भी जनता के बीच भरोसे का पर्याय बना रखा है।
वैश्विक सर्वे में शीर्ष पर मोदी
वैश्विक सर्वे एजेंसी स्टास्टिस्टा की अगस्त 2025 तक की रिपोर्ट के अनुसार, मोदी की घरेलू स्वीकार्यता 72 प्रतिशत रही। वहीं, उन्हें नकारने वालों की संख्या केवल 21 प्रतिशत रही, जबकि 7 प्रतिशत लोग अनिश्चित दिखाई दिए।
दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया के ली जायी-मियुंग 58 प्रतिशत स्वीकार्यता के साथ रहे, जिनकी अस्वीकार्यता 30 प्रतिशत थी।
अमेरिकी और भारतीय रिपोर्टों में भी लोकप्रियता बरकरार
प्यू रिसर्च सेंटर की मार्च से मई 2025 तक की रिपोर्ट में मोदी की लोकप्रियता 79 प्रतिशत दर्ज की गई।
वहीं, घरेलू मीडिया हाउस इंडिया टुडे की अगस्त की रिपोर्ट के अनुसार मोदी की स्वीकार्यता दर 58 प्रतिशत रही, जो अन्य सभी नेताओं से बहुत आगे है।
75 की उम्र में भी ऊर्जा बरकरार
मोदी ने अपने 11 साल के कार्यकाल में विकास, आत्मनिर्भर भारत, विदेश नीति, डिजिटल क्रांति, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक योजनाओं को मजबूती से लागू कर जनता का विश्वास जीता है। 75 वर्ष की उम्र में भी उनकी ऊर्जा, कार्यशैली और जनता से जुड़ाव आज भी पहले जैसा ही करिश्माई बना हुआ है।
👉 मोदी के समर्थक मानते हैं कि यह “करिश्मा” उनकी ईमानदारी, संकल्प और देशहित के लिए हर पल तत्पर रहने की आदत का नतीजा है।
हर काम शिद्दत से निभाया, 11 साल में करिश्मा कर दिखाया, 75 की उम्र में भी करिश्मा बरकरार

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