✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा, सोजत न्यूज़

भोपाल: शादी का मंडप जहां खुशियों से गूंज रहा था, वहां अचानक मातम छा गया। मध्यप्रदेश के सागर जिले में एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आई, जहां 28 वर्षीय हर्षित चौबे ने अपनी ही शादी के फेरों के दौरान अंतिम सांस ली। दूल्हे की अचानक मौत से समारोह में चीख-पुकार मच गई। लाल जोड़े में बैठी दुल्हन की दुनिया एक पल में उजड़ गई।
फेरों के बीच दर्दनाक घटना
घटना शुक्रवार रात की है। सागर के गोपालगंज निवासी हर्षित चौबे अपनी शादी के लिए धूमधाम से बारात लेकर आए थे। वरमाला के बाद फेरों की रस्म शुरू हुई। रस्मों के बीच अचानक हर्षित को बेचैनी महसूस होने लगी। उन्होंने अपनी दुल्हन से सीने में दर्द की शिकायत की, लेकिन इसे थकावट समझकर नजरअंदाज कर दिया गया। कुछ ही मिनटों बाद हर्षित ने अपनी दुल्हन की गोद में सिर रख दिया और बेहोश हो गए।
शहनाई की जगह मातम
शादी में आए लोग और परिवार के सदस्य हर्षित को उठाकर तुरंत अस्पताल लेकर गए। वहां डॉक्टरों ने हर्षित को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, मौत का कारण हार्ट अटैक था। खुशी का माहौल मातम में बदल गया। जिस घर में नई दुल्हन के स्वागत की तैयारियां चल रही थीं, वहां दूल्हे की अर्थी उठाई गई।
दूल्हे की मां का इंतजार और सदमा
हर्षित की मां घर पर अपने बेटे और बहू के लौटने का इंतजार कर रही थीं। उन्हें नहीं पता था कि उनके बेटे की अर्थी घर पहुंचेगी। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। शनिवार को हर्षित का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव जैसीनगर में किया गया।
दुल्हन का टूट गया सपना
दुल्हन के लिए यह हादसा किसी सदमे से कम नहीं है। लाल जोड़े में बैठी युवती ने अपने नए जीवन की शुरुआत करने का सपना देखा था, लेकिन उसी दिन उसे अपने पति को खोना पड़ा। मंडप में हर आंख नम थी और शादी समारोह मातम में बदल गया।
हर्षित का जीवन और परिवार
हर्षित चौबे सागर के गोपालगंज इलाके में मेडिकल स्टोर चलाते थे। कुछ महीने पहले उनकी शादी तय हुई थी। परिवार वाले और दोस्त हर्षित को खुशमिजाज और मेहनती युवक के रूप में जानते थे।
यह घटना शादी के दौरान होने वाली अनदेखी स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत को उजागर करती है। इस दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। शादी का उत्सव शोक में बदल गया और एक परिवार ने अपना बेटा खो दिया।