हनुमानगढ़ में आरक्षण को लेकर गर्माई राजनीति
हनुमानगढ़: राजस्थान में आरक्षण को लेकर एक बार फिर सियासी माहौल गर्म हो गया है। विधायक गणेशराज बंसल के एक बयान ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है। इस बयान के बाद जाट समाज के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे समाज को बांटने का प्रयास बताया है। हालांकि, विधायक बंसल का कहना है कि उन्होंने केवल मूल ओबीसी (मूल अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय की पीड़ा को उजागर किया है, लेकिन इसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।

राजस्थान में आरक्षण पर विधायक गणेशराज बंसल के बयान से मचा सियासी भूचाल, जाट समाज में भारी विरोध
क्या कहा था विधायक गणेशराज बंसल ने?
हनुमानगढ़ में मूल ओबीसी समुदाय के एक सम्मेलन के बाद मीडिया से बात करते हुए विधायक गणेशराज बंसल ने कहा था कि मूल ओबीसी के लोगों का मानना है कि जाट समुदाय, जो ओबीसी वर्ग में आता है, उनके आरक्षण का अधिकार छीन रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ओबीसी में मूल ओबीसी और अन्य ओबीसी के लिए अलग-अलग श्रेणियां बनाई जानी चाहिए, ताकि सभी को समान रूप से लाभ मिल सके।
उनके इस बयान के बाद जाट समाज में नाराजगी फैल गई और कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए। जाट समाज के लोगों ने इसे समाज को बांटने की साजिश बताया और विधायक के बयान की कड़ी आलोचना की।
जाट नेताओं का कड़ा विरोध
इस पूरे मामले में जाट समाज के बड़े नेता भी सामने आ गए हैं। जाट समाज के वरिष्ठ नेता राजराम मील ने एक वीडियो जारी कर विधायक गणेशराज बंसल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि यह बयान समाज में फूट डालने और राजनीतिक फायदा उठाने के लिए दिया गया है।
राजराम मील ने कहा, “विधायक बंसल को यह नहीं भूलना चाहिए कि जाट समाज ने भी हमेशा सामाजिक समरसता और भाईचारे को बनाए रखा है। उनके इस बयान से समाज में गलतफहमी पैदा हो रही है, जो बिल्कुल गलत है।”
विधायक के समर्थन में भी उठी आवाज़
हालांकि, इस पूरे विवाद के बीच विधायक गणेशराज बंसल के समर्थन में भी कुछ लोग सामने आए हैं। सामाजिक समरसता न्याय मंच द्वारा आयोजित एक पत्रकार वार्ता में पूर्व सभापति सुमित रणवां, जो स्वयं जाट समाज से आते हैं, ने कहा कि विधायक बंसल ने किसी जाति विशेष के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की, बल्कि केवल मूल ओबीसी की समस्या को उठाया था।
रणवां ने कहा, “अगर विधायक गणेशराज बंसल को जाट समाज से इतनी ही नफरत होती, तो क्या वे मुझे सभापति जैसे बड़े पद पर बैठाते?” उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं, ताकि अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकी जा सकें।
शहर में बढ़ता तनाव, लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
इस बयान के बाद जाट समाज के कई नेताओं और संगठनों ने धरने-प्रदर्शन किए और विधायक बंसल से बयान पर सफाई देने की मांग की। हालांकि, सामाजिक समरसता न्याय मंच के पदाधिकारियों ने जनता से शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की है।
मंच के सदस्यों ने कहा, “कुछ लोग जानबूझकर इस विवाद को बढ़ा रहे हैं। हमें समाज को बांटने वालों से बचना चाहिए और सौहार्द बनाए रखना चाहिए।”