✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जालोर: राजस्थान में मिलावट के खिलाफ सरकारी अभियान के बावजूद खाद्य पदार्थों में मिलावट का खेल जारी है। ताजा मामले में जालोर जिले के सांचौर में पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली घी बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा है। इस कार्रवाई में करीब 1000 लीटर नकली घी ज़ब्त किया गया है। यह घी सरस, बनास, अमूल सहित अन्य नामी ब्रांडों के नाम से पैक किया जा रहा था।
फैक्ट्री में हो रहा था बड़े ब्रांड्स के नाम से नकली घी का कारोबार
जालोर जिले में पहले भी नकली घी के कारखाने पकड़े जा चुके हैं, लेकिन यह कार्रवाई अब तक की सबसे बड़ी बताई जा रही है। जांच में सामने आया कि सांचौर स्थित ‘श्री मोमोई मिल्क प्रोडक्शन फैक्ट्री’ में नकली घी तैयार कर उसे बाजार में सरस, बनास और अमूल जैसी नामी कंपनियों के लेबल लगाकर बेचा जा रहा था।
खाद्य विभाग को मिली थी गुप्त सूचना
खाद्य विभाग को फैक्ट्री में नकली घी बनाए जाने की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद फूड इंस्पेक्टर विनोद कुमार परमार की अगुआई में गुरुवार (6 फरवरी) देर रात खाद्य विभाग, पुलिस और सरस डेयरी की टीमों ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। छापे के दौरान फैक्ट्री में बड़े स्तर पर नकली घी तैयार किया जा रहा था। पुलिस को मौके से नकली घी और इसे बनाने का कच्चा माल भी बरामद हुआ।
स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है नकली घी
नकली घी देखने में असली घी जैसा ही लगता है, लेकिन इसे बनाने में खतरनाक केमिकल और घटिया क्वालिटी का तेल मिलाया जाता है। इस तरह के घी का सेवन करने से कैंसर, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कार्रवाई के बाद आगे की जांच जारी
पुलिस ने फैक्ट्री से ज़ब्त घी को मालखाने में रखवा दिया है और अब आगे की जांच की जा रही है। इस पूरे मामले में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
राजस्थान में नकली घी का बढ़ता कारोबार
राजस्थान के कई जिलों में नकली घी का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। इससे पहले भी पाली,सोजत, बाड़मेर, नागौर और जोधपुर में नकली घी बनाने वाली फैक्ट्रियों का पर्दाफाश किया गया है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि अगर कहीं भी उन्हें नकली घी की बिक्री का संदेह हो तो तुरंत इसकी सूचना दें, ताकि मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।