✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां मात्र 16 महीने के मासूम की गले में अंगूर फंसने से मौत हो गई। मासूम की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया और पूरे इलाके में यह घटना चर्चा का विषय बन गई।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, उज्जैन के रहने वाले एक परिवार में यह हादसा उस समय हुआ जब 16 माह का बच्चा घर में खेल रहा था। बच्चे को खाने के लिए अंगूर दिया गया, लेकिन उसने पूरा अंगूर निगल लिया। जैसे ही अंगूर उसकी सांस नली में जाकर फंस गया, वह अचानक हांफने लगा और उसकी सांसें अटकने लगीं।
परिजन जब तक कुछ समझ पाते, बच्चा तड़पने लगा। घबराए माता-पिता उसे तुरंत अस्पताल लेकर दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
बच्चे की मौत से सदमे में परिवार
मासूम की अचानक हुई इस दर्दनाक मौत से माता-पिता गहरे सदमे में हैं। बच्चे की मां का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं पिता भी बेसुध नजर आ रहे हैं। मासूम की मौत की खबर मिलते ही रिश्तेदार और पड़ोसी घर पर सांत्वना देने पहुंचे, लेकिन घर में मातम का माहौल बना हुआ है।
डॉक्टरों की चेतावनी – छोटे बच्चों को न खिलाएं साबुत अंगूर
चिकित्सकों का कहना है कि छोटे बच्चों को साबुत अंगूर खिलाना खतरनाक हो सकता है। इस उम्र के बच्चों की सांस नली संकरी होती है, और साबुत फल गले में फंस सकता है, जिससे दम घुटने का खतरा रहता है। डॉक्टरों ने सलाह दी कि छोटे बच्चों को अंगूर, चीकू या ऐसे फलों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर खिलाना चाहिए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
यह हादसा बना चेतावनी
यह घटना अन्य माता-पिता के लिए भी एक चेतावनी है कि छोटे बच्चों को भोजन देते समय विशेष सावधानी बरतें। खासकर ऐसे खाद्य पदार्थ जो गले में फंस सकते हैं, उन्हें छोटे टुकड़ों में काटकर ही बच्चों को दें।
16 महीने के मासूम की इस दर्दनाक मौत ने पूरे उज्जैन शहर को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना न सिर्फ एक परिवार की पीड़ा है, बल्कि सभी माता-पिता के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी है कि बच्चों को खाना खिलाते समय सावधानी बरतें और उन्हें निगलने योग्य छोटे टुकड़ों में ही खाना दें, ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके।