✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जैसलमेर: जयपुर एसीबी (ACB) ने जैसलमेर जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए भणियाणा तहसीलदार सुमित्रा गोदारा और फतेहगढ़ तहसीलदार शिवप्रकाश को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया है। दोनों अधिकारियों को 15 लाख रुपए की घूस लेते हुए ट्रैप किया गया है। इस कार्रवाई के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है।
कैसे हुई कार्रवाई?
जयपुर ACB को सूचना मिली थी कि भणियाणा तहसीलदार सुमित्रा गोदारा और फतेहगढ़ तहसीलदार शिवप्रकाश भूमि संबंधित कार्यों में घूस मांग रहे हैं। शिकायत की पुष्टि के बाद ACB की टीम ने जाल बिछाया और जैसे ही दोनों अधिकारियों ने 15 लाख रुपये लिए, उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
ACB टीम ने क्या कहा?
एसीबी के अधिकारी ने बताया कि “हमें शिकायत मिली थी कि दोनों तहसीलदार अलग-अलग प्रकरणों में रिश्वत की मांग कर रहे हैं। हमने सत्यापन करवाया और जब घूस की रकम ली गई, तब हमने कार्रवाई कर दोनों को दबोच लिया।“
घटना के बाद मचा हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद जैसलमेर जिले के प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। लोगों में चर्चा है कि अगर तहसील स्तर पर इस तरह की रिश्वतखोरी हो रही है, तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा?
अब आगे क्या होगा?
दोनों तहसीलदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। ACB उनकी संपत्तियों और बैंक खातों की भी जांच करेगी। अगर अन्य घोटालों की पुष्टि होती है, तो इनके खिलाफ और भी सख्त कार्रवाई हो सकती है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई
राजस्थान में ACB लगातार भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ शिकंजा कस रही है। पिछले कुछ महीनों में कई बड़े अफसरों को रिश्वत लेते पकड़ा गया है। जनता को उम्मीद है कि ऐसी सख्त कार्रवाई से प्रशासनिक स्तर पर पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा।