✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें वे मुख्यमंत्री आवास पर मोर को दाना खिलाते नजर आ रहे हैं। उन्होंने खुद इस खास पल की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा,
“आज प्रातःकाल की बेला में मुख्यमंत्री आवास पर भगवान कार्तिकेय के वाहन, पक्षियों के राजा, राष्ट्रीय पक्षी मोर को आहार प्रदान किया।”
मुख्यमंत्री की इस तस्वीर ने न सिर्फ प्रदेश में बल्कि पूरे देश में चर्चा बटोरी है। पक्षियों के प्रति प्रेम और दयालुता दर्शाती इस छवि को लेकर जनता में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा मोर
राजस्थान में मोर को विशेष महत्व प्राप्त है। यह राष्ट्रीय पक्षी होने के साथ-साथ धार्मिक आस्थाओं से भी जुड़ा हुआ है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, मोर भगवान कार्तिकेय का वाहन माना जाता है और इसे शुभता का प्रतीक माना जाता है। मुख्यमंत्री द्वारा मोरों को दाना खिलाना इसी धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था से जुड़ा एक उदाहरण है।
राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा
सीएम भजनलाल शर्मा के इस कार्य की सोशल मीडिया पर जमकर सराहना हो रही है। भाजपा समर्थकों ने इसे मुख्यमंत्री के संवेदनशील और धार्मिक स्वभाव का प्रतीक बताया, वहीं विपक्षी दलों के कुछ नेताओं ने इसे जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास करार दिया। हालांकि, आम जनता में इस पहल को काफी सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है।
पहले भी पशु-पक्षियों के प्रति दिखा चुके हैं प्रेम
यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस तरह से जीव-जंतुओं के प्रति संवेदनशीलता प्रकट करते हुए देखा गया हो। इससे पहले भी वे गौसेवा और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेते रहे हैं। उनका यह कदम एक बार फिर उनके पशु-पक्षी प्रेम को दर्शाता है।
जनता की प्रतिक्रियाएं
मुख्यमंत्री की इस तस्वीर पर लोगों ने कई तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों ने इसे उनकी सादगी और धार्मिकता की मिसाल बताया, तो कुछ ने इसे एक राजनीतिक स्टंट कहा। लेकिन एक बात तय है कि मुख्यमंत्री की यह तस्वीर चर्चा का विषय बन गई है।
क्या यह संदेशवाहक कदम है?
विश्लेषकों का मानना है कि इस तस्वीर के जरिए मुख्यमंत्री जनता तक यह संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि वे न केवल एक कुशल प्रशासक हैं, बल्कि संवेदनशील और धार्मिक प्रवृत्ति के नेता भी हैं। राजस्थान में जहां परंपराएं और धार्मिक मान्यताएं गहराई से जुड़ी हुई हैं, वहां इस तरह की पहल जनता से जुड़ाव बढ़ाने में सहायक हो सकती है।
सीएम भजनलाल शर्मा की मोर को दाना खिलाने की तस्वीरें निश्चित रूप से चर्चा का विषय बन गई हैं। इससे न केवल उनकी छवि को मजबूती मिली है, बल्कि यह भी सिद्ध हुआ है कि वे सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों का सम्मान करने वाले नेता हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह पहल जनता के बीच कितनी प्रभावी साबित होती है।