वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा के साथ अकरम खान कि रिपोर्ट।
सोजत। इन दिनों सोजत नगर में चोरी और असामाजिक गतिविधियों की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सार्वजनिक स्थानों, सुने पड़े मकानों, स्कूल-कॉलेज परिसरों, मंदिरों और अन्य जगहों पर लगातार चोरी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आ रही हैं। ये घटनाएं न केवल पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बन गई हैं, बल्कि क्षेत्र के नागरिकों, खासकर महिलाओं के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुकी हैं।
पुलिस को दिए गए ज्ञापन चोरी और असामाजिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों, गणमान्यजनों और भाजपा के नेताओं ने पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। इनमें वरिष्ठ नागरिक समिति, भारत विकास परिषद, सोजत सेवा मंडल, पेंशनर समाज, अभिनव कला मंच और भाजपा मंडल अध्यक्ष श्रीमती कीर्ति राजेश तंवर सहित अन्य संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।
ज्ञापन में मुख्य मांगें ज्ञापन में बताया गया कि असामाजिक तत्व रात के समय सक्रिय होकर मंदिरों, स्कूल परिसरों और सुनसान पड़े घरों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर अंधेरा होते ही ये तत्व सक्रिय हो जाते हैं और स्कूल परिसरों में तालाबंद होने के बावजूद अंदर घुसकर तोड़फोड़ कर देते हैं। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि पुलिस रात की गश्त बढ़ाए और ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
चोरी और तोड़फोड़ की बढ़ती घटनाएं पिछले कुछ महीनों में इन घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। शराबी और असामाजिक तत्व पार्कों, महाविद्यालय परिसरों, राउमावि नंबर एक, चांदपोल गेट, मेला चौक, कोट का मोहल्ला और जोधपुरिया गेट क्षेत्रों सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ये लोग मंदिरों के दानपात्र से नकदी, स्कूलों-कॉलेजों से कीमती सामान, सिलेंडर और खाद्य सामग्री चुराकर ले जाते हैं।
स्थानीय नेताओं और संगठनों की प्रतिक्रिया वरिष्ठ नागरिक समिति के अध्यक्ष सुरेश ओझा, पेंशनर समाज के अध्यक्ष लालचंद मोहिल, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष अनोपसिंह लखावत, सोजत सेवा मंडल के मंत्री पुष्पत राज मुणोत, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष श्रीमती कीर्ति राजेश तंवर और अभिनव कला मंच के अध्यक्ष गोर्धन लाल गहलोत सहित अन्य सामाजिक नेताओं ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
नागरिकों की अपील क्षेत्रवासियों ने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि रात्रि गश्त को प्रभावी बनाया जाए और असामाजिक तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। इस समस्या का समाधान न केवल क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक है, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी जरूरी है।
प्रशासन की जिम्मेदारी इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को तुरंत प्रभावी कदम उठाने होंगे। चोरों और असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि क्षेत्रवासियों का विश्वास बहाल हो सके।