सादुलपुर में राशन वितरण की नई व्यवस्था शुरू, अब नजर से होगी पहचान
सादुलपुर: बढ़ती उम्र के कारण अंगूठे के फिंगरप्रिंट काम नहीं करने की समस्या से जूझ रहे बुजुर्गों और मजदूरों के लिए राहत भरी खबर है। अब खाद्य सुरक्षा योजना के तहत राशन लेने के लिए सिर्फ अंगूठे की पहचान ही नहीं, बल्कि आंखों के स्कैन से भी सत्यापन किया जाएगा। इस नई व्यवस्था के तहत सादुलपुर तहसील के राधा बड़ी ग्राम पंचायत के गांव भाकरां में मार्च महीने का राशन वितरण आई-स्कैन टेक्नोलॉजी के माध्यम से शुरू कर दिया गया है।
बुजुर्गों और मजदूरों को नहीं होगी परेशानी
खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, उम्र बढ़ने के साथ-साथ अंगूठे के फिंगरप्रिंट साफ न आने की समस्या बढ़ जाती है, जिससे राशन मिलने में कठिनाई होती थी। इसके अलावा, घरेलू काम करने वाले मजदूरों और खून की कमी (एनीमिया) से पीड़ित लोग भी इस समस्या का सामना कर रहे थे। राशन की दुकानों पर रिकॉर्ड चेक करने के बाद पता चला कि कई लाभार्थी ऐसे थे जिनका एक बार तो सत्यापन हो गया, लेकिन अगली बार फिंगरप्रिंट न मिलने के कारण उन्हें राशन नहीं मिल सका।
आई-स्कैन से आसान हुआ राशन वितरण
अब राशन दुकानों पर प्वाइंट ऑफ सेल (POS) मशीनों में आई-स्कैनर अटैच करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस नई तकनीक के माध्यम से लाभार्थियों की आंखों की पुतलियों (आईरिस) को स्कैन करके उनकी पहचान सत्यापित की जाएगी। इससे उन लोगों को सबसे अधिक राहत मिलेगी जिनके फिंगरप्रिंट बार-बार फेल हो जाते थे।
राशन डीलरों और उपभोक्ताओं को मिलेगी सुविधा
पहले फिंगरप्रिंट से राशन वितरण में बार-बार दिक्कत आने के कारण राशन डीलरों और लाभार्थियों दोनों को परेशानी होती थी। लेकिन अब नई आई-स्कैन तकनीक के जरिए एक बार सत्यापन हो जाने के बाद उपभोक्ताओं को आसानी से राशन मिल सकेगा।
क्या है आई-स्कैन तकनीक?
आई-स्कैन तकनीक में आधार कार्ड से लिंक आईरिस स्कैनर का उपयोग किया जाता है, जो आंखों की पुतलियों की अनोखी संरचना को पहचान कर व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित करता है। यह तकनीक तेजी से और बिना किसी गलती के सत्यापन करने में सक्षम है।
अन्य जिलों में भी जल्द लागू होगी व्यवस्था
खाद्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर यह नई व्यवस्था सफल रहती है, तो इसे पूरे जिले और फिर राज्यभर में लागू किया जाएगा। इस तकनीक के आने से उन बुजुर्गों, किसानों और मजदूरों को राहत मिलेगी जो लंबे समय से राशन न मिलने की समस्या से जूझ रहे थे।
सरकार की बड़ी पहल, जनता को राहत
सरकार की इस पहल से गरीब और जरूरतमंद लोगों को उनका हक मिल सकेगा। खाद्य विभाग का कहना है कि आने वाले समय में इस तकनीक को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा, ताकि राशन वितरण प्रणाली में किसी तरह की गड़बड़ी न हो और हर जरूरतमंद तक अनाज पहुंच सके।
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा