✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
जयपुर/सोजत लाखों राजस्थानियों के लिए राहत की खबर है। अब प्रदेश के मरीज दूसरे राज्य के किसी हॉस्पिटल में भी फ्री इलाज करा सकेंगे। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (MAAY) में पंजीकृत लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इसके लिए राज्य सरकार जल्द ही ‘इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी’ लागू करने जा रही है।
इससे देश के अन्य राज्यों में नौकरी कर रहे मूल राजस्थानियों को भी बड़ा फायदा मिलेगा। साथ ही, अन्य राज्यों के मरीज भी राजस्थान आकर इस योजना का लाभ ले पाएंगे।
कैसे मिलेगा दूसरे राज्य के निवासियों को यह लाभ?
- योजना के तहत राजस्थान के मरीज जनाधार कार्ड दिखाकर देश के किसी भी अधिकृत अस्पताल में 25 लाख तक का मुफ्त इलाज करा सकेंगे।
- दूसरे राज्यों के मरीजों को राजस्थान में मुफ्त इलाज के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJY) कार्ड दिखाना होगा।
- योजना को लागू करने के लिए नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) के साथ तकनीकी प्रावधान किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ के जवाब
सवाल: राजस्थान के लोग दूसरे राज्य में इलाज कैसे करा पाएंगे? जवाब: इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी लागू होने के बाद जनाधार कार्ड धारक राजस्थान के नागरिक देशभर के अधिकृत अस्पतालों में फ्री इलाज करा सकेंगे।
सवाल: पोर्टेबिलिटी लागू करने की प्रक्रिया क्या है? जवाब: राज्य सरकार नेशनल हेल्थ अथॉरिटी, नई दिल्ली के साथ मिलकर डेटा साझा करने की तकनीक विकसित कर रही है।
सवाल: क्या मरीजों को अलग से कोई रजिस्ट्रेशन कराना होगा? जवाब: नहीं, मरीज को कोई नया रजिस्ट्रेशन नहीं कराना होगा। जनाधार कार्ड से ही लाभ मिलेगा।
सवाल: राजस्थान के मरीज को अन्य राज्य में इलाज कैसे मिलेगा? जवाब: अगर कोई राजस्थानी नागरिक दूसरे राज्य में बीमार पड़ता है, तो वह वहां के अस्पताल में जनाधार कार्ड दिखाकर इलाज शुरू करा सकता है। अस्पताल सॉफ्टवेयर के जरिए कार्ड का डेटा सत्यापित करेगा और अनुमति मिलते ही इलाज शुरू हो जाएगा।
सवाल: राजस्थान के लोग प्राइवेट या सरकारी दोनों प्रकार के अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे? जवाब: हां, लेकिन वह अस्पताल संबंधित राज्य या केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना से अधिकृत होना चाहिए।
सवाल: अन्य राज्य के मरीज को राजस्थान में मुफ्त इलाज कैसे मिलेगा? जवाब: PMJY कार्ड धारक अन्य राज्यों के मरीज राजस्थान के अधिकृत अस्पतालों में मुफ्त इलाज ले सकेंगे।
सवाल: अगर राजस्थान के किसी व्यक्ति के साथ दूसरे राज्य में कोई इमरजेंसी होती है तो क्या होगा? जवाब: इमरजेंसी मामलों में भी जनाधार कार्डधारक को तत्काल उपचार मिलेगा।
कब तक लागू होगी योजना?
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, आगामी दो माह में इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी शुरू हो जाएगी। 6 महीने में राजस्थान के नागरिक भी दूसरे राज्यों में MAA योजना के तहत इलाज करा सकेंगे।
नए पैकेज और बजट में बढ़ोतरी
- योजना में 9 नए डे-केयर पैकेज जोड़े गए हैं, जिनका लाभ 1 अप्रैल 2025 से मिलेगा।
- योजना के लिए बजट 3500 करोड़ रुपए तक बढ़ाया गया है।
- वर्तमान में इस योजना में 2370 बीमारियों का इलाज मुफ्त किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (MAAY) राजस्थान सरकार की फ्लैगशिप योजना है। इसमें पंजीकृत लाभार्थियों को 25 लाख तक का फ्री इलाज दिया जा रहा है। जल्द ही इसे इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी से जोड़ा जाएगा, जिससे राजस्थान और अन्य राज्यों के नागरिकों को बड़ा लाभ मिलेगा।
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