
मेरा भविष्य बनाने वाले मेरे गुरु ही हैं : बामनिया
बामनिया हाउस में गृह प्रवेश ज़श्न मना कर हर्षोल्लास के साथ किया

वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल समद राही
सोजत। स्थानीय मगरिया बेरा आवासीय कॉलोनी में बामनिया विला में नुतन गृह प्रवेश ज़श्न मना कर हर्षोल्लास के साथ किया गया। सुबह-शुभ मुहूर्त में बामणिया विला नूतन गृह प्रवेश पर आयोजित यज्ञ अनुष्ठान में पौरोहित्य की भूमिका आर्य समाज के पं. कवि नवनीत राय ‘रुचिर’ ने अदा की । जहाँ बामणिया परिवार के सभी लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ में आहुतियाँ दीं । तत्पश्चात विधिवत रूप से फिता काट कर गृह प्रवेश किया गया। एडवोकेट मोहनलाल बामनिया ने अपने प्रधम गुरुदेव मास्टर शंकरलाल गहलोत द्वारा फिता कटवाया गया उससे पहले बामनिया परिवार द्वारा गुरुदेव गहलोत का माला, साफा पहनाकर व तिलक लगाकर बहुमान किया गया। इस अवसर पर एडवोकेट मोहनलाल बामनिया ने कहा कि मेरा भविष्य बनाने वाले मेरे प्रथम गुरु ही हैं इनकी ही कृपा आशीर्वाद से आज गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त हुआ है। इस अवसर पर समाजसेवी चम्पालाल बामणिया, माध्यमिक शिक्षा बीकानेर के सेवानिवृत्त अतिरिक्त निदेशक शिवप्रसाद परिहार, प्रधानाध्यापक तुषार त्रिवेदी, पन्ना लाल, बुधाराम पन्नूसा, कवि नवनीत राय रुचिर, अब्दुल गनी ताजक, हीरालाल सांखला, कालूराम भाटी, जगदीश पाराशर, मोहनलाल मेघवाल, रवि गुरुकृपा, ओमप्रकाश बामनिया, पप्पू राम, पीटीआई तुलसीराम, उद्घघोषक कवि जगदीश गहलोत, पारस सिंगाड़िया, वीणा भटनागर, सुमन बामनिया सहित कई गणमान्य जन व समाज बंधु उपस्थित थे।

