हत्या की परिस्थितियाँ
प्रारंभिक जांच और संदेह
ओम प्रकाश का करियर
आगे की कार्रवाई
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
बड़ी खबर: चारों तरफ फैला था खून, पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की चाकू से हत्या, पत्नी और बेटी से हो रही सख्त पूछताछ – सामने आए चौंकाने वाले राज!
बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की हत्या ने पूरे राज्य ही नहीं, बल्कि देशभर को हिला कर रख दिया है। बेंगलुरु के पॉश इलाके HSR लेआउट स्थित उनके घर में रविवार देर रात उनका शव खून से लथपथ हालत में मिला। शरीर पर चाकू के कम से कम 12 वार पाए गए हैं। इस वीभत्स हत्या को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और मृतक की पत्नी और बेटी को शक के दायरे में लेकर पूछताछ कर रही है।
हत्या की खौफनाक तस्वीर:
जब पुलिस को सूचना मिली और वे घर पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला, तो मजबूरी में पुलिस को दरवाजा तोड़ना पड़ा। अंदर दाखिल होते ही पुलिसकर्मियों की आंखें फटी की फटी रह गईं—चारों तरफ खून फैला हुआ था और पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की लाश बेडरूम में पड़ी थी। उनकी छाती, पेट और गर्दन पर चाकू से कई वार किए गए थे।
पत्नी और बेटी से सख्त पूछताछ जारी:
हत्या के समय घर में ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी और बेटी मौजूद थीं। पुलिस के अनुसार, घटना के समय दरवाजा न खोलने और जानकारी छिपाने को लेकर संदेह गहरा हो गया है। शुरुआती पूछताछ में पत्नी और बेटी ने अलग-अलग बयान दिए हैं, जिससे पुलिस को शक और बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश अपने बेटे को संपत्ति ट्रांसफर करने वाले थे, जिससे पारिवारिक विवाद और गहराया था।
ओम प्रकाश: एक कड़क अफसर की दर्दनाक मौत:
ओम प्रकाश 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। मूल रूप से बिहार के चंपारण जिले के निवासी ओम प्रकाश ने भूविज्ञान में एमएससी करने के बाद पुलिस सेवा जॉइन की थी। अपने सेवाकाल में वे कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे और 2015 में कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए। वे अपनी ईमानदारी और सादगी के लिए जाने जाते थे।
हत्या की वजह: पारिवारिक संपत्ति विवाद की आ रही आशंका!
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ओम प्रकाश ने हाल ही में अपने वकील से संपर्क कर अपने बेटे के नाम संपत्ति हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की थी। बताया जा रहा है कि यही बात पत्नी और बेटी को नागवार गुज़री। प्रारंभिक जांच में पुलिस को घरेलू विवाद के कारण हत्या की संभावना नजर आ रही है।
फॉरेंसिक टीम और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार:
मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने घर से साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक विश्लेषण से यह स्पष्ट हो सकेगा कि हत्या कब और किस हथियार से की गई।
पुलिस का बयान:
बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। हत्या में उपयोग किया गया चाकू बरामद कर लिया गया है, जो घर में ही मिला था। यह किसी करीबी द्वारा की गई सुनियोजित हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है।
यह मामला न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि पारिवारिक रिश्तों के भीतर पनपती कलह का खौफनाक चेहरा भी उजागर करता है। अब देखना यह होगा कि जांच कहां तक जाती है और इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में असली गुनहगार कब तक कानून के शिकंजे में आता है।