
✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई दिल्ली/सोजत।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 121वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की। कार्यक्रम की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री ने हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि “पूरा देश एक स्वर में आतंक के खिलाफ खड़ा है, देश का खून खौल रहा है। पीड़ितों को न्याय अवश्य मिलेगा और साजिश रचने वालों को कठोरतम जवाब दिया जाएगा।”
पहलगाम हमले पर भावुक हुए मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कश्मीर में शांति लौट रही थी, स्कूल-कॉलेज फिर से गुलजार हो रहे थे, निर्माण कार्यों में रफ्तार आई थी, लोकतंत्र मजबूत हो रहा था और पर्यटन रिकॉर्ड स्तर पर था। ऐसे में यह प्रगति कुछ देशविरोधी ताकतों को रास नहीं आई और उन्होंने कायरता पूर्ण हमला किया। लेकिन देश का संकल्प अडिग है। मोदी ने दोहराया कि दोषियों को सजा मिलेगी और जम्मू-कश्मीर में विकास की गति रुकेगी नहीं।
भारत बना वैश्विक स्पेस पावर
‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने भारत की अंतरिक्ष क्षेत्र में उपलब्धियों पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारत ने एक साथ 104 सैटेलाइट्स लॉन्च कर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बना है। यह सफलता देश के वैज्ञानिकों और नवाचार की ताकत को दर्शाती है।
मन की बात के प्रमुख बिंदु
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों का भी उल्लेख किया:
- डॉ. कस्तूरीरंगन को श्रद्धांजलि
मोदी ने पूर्व ISRO प्रमुख डॉ. कस्तूरीरंगन को याद करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण उपग्रह प्रक्षेपण हुए। उन्होंने नवाचार और युवाओं को प्रेरित करने पर बल दिया। - भारत के युवाओं ने बदली दुनिया की सोच
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत के युवा साइंस और इनोवेशन में नई ऊंचाइयां छू रहे हैं। वे उन इलाकों में भी नया विश्वास जगा रहे हैं, जिन्हें पहले पिछड़े क्षेत्र माना जाता था। - स्पेस सेक्टर में निजी कंपनियों को अवसर
मोदी ने बताया कि भारत ने स्पेस सेक्टर को प्राइवेट कंपनियों के लिए खोल दिया है। अब देश में 350 से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स सक्रिय हैं, जो नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। - म्यांमार में ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’
भूकंप प्रभावित म्यांमार में भारत ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत राहत और बचाव कार्य किए। मलबे में फंसे लोगों को समय पर सहायता पहुंचाई गई। - अफ्रीकी बच्चों के इलाज में भारतीयों का योगदान
इथियोपिया में भारतीय प्रवासियों ने हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को भारत लाकर इलाज कराने की पहल की। कई परिवारों ने आर्थिक सहायता भी प्रदान की। - ‘सचेत’ ऐप से आपदा प्रबंधन
प्राकृतिक आपदाओं के समय सहायता के लिए ‘सचेत’ मोबाइल एप्लिकेशन की जानकारी दी। यह ऐप क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध है और आपदा में बचाव की सूचना देता है। - ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान
मोदी ने बताया कि इस अभियान के तहत 140 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाए गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि पर्यावरण संरक्षण के लिए इस मुहिम को और आगे बढ़ाएं।
‘मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण और वैश्विक विस्तार
‘मन की बात’ कार्यक्रम को 22 भारतीय भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं (फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तो, फारसी, दारी और स्वाहिली) में प्रसारित किया जाता है। आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्र इसके प्रसारण से जुड़े हैं। कार्यक्रम की शुरुआत 14 मिनट के एपिसोड से हुई थी, जिसे अब 30 मिनट का कर दिया गया है।
पिछले एपिसोड्स की प्रमुख बातें
- 120वां एपिसोड:
पानी बचाने की अपील की गई थी। कृत्रिम तालाब, चेक डैम और बोरवेल रीचार्ज की पहल का उल्लेख किया गया था। - 119वां एपिसोड:
क्रिकेट और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों पर चर्चा हुई थी। नारी शक्ति को भी सराहा गया था। - 118वां एपिसोड:
महाकुंभ और रामलला के दर्शन के महत्व के साथ सामाजिक समरसता पर जोर दिया गया था।