✍🏻 वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा

➡️ एक महीने में भक्तों ने अर्पित किए 26.77 करोड़ रुपये, सोना-चांदी का अपार भंडार भी मिला
➡️ 5 चरणों में हुई गिनती, 20 करोड़ से अधिक नकद और 6 करोड़ से ज्यादा ऑनलाइन दान
➡️ 627 ग्राम सोना और 130 किलो चांदी भी चढ़ाई गई श्री सांवलिया सेठ को
चित्तौड़गढ़, राजस्थान।
मेवाड़वासियों की आस्था के प्रतीक और करोड़ों श्रद्धालुओं के आराध्य श्री सांवलिया सेठ मंदिर में भंडार की गिनती का कार्य संपन्न हो गया है। मंदिर प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, महज एक महीने में श्रद्धालुओं ने मंदिर को कुल 26 करोड़ 77 लाख 8 हजार 496 रुपए का चढ़ावा अर्पित किया, जो श्रद्धा की पराकाष्ठा को दर्शाता है।
🔹 नकद दान: 20.48 करोड़ रुपये
पांच चरणों में चली इस गिनती प्रक्रिया में सबसे अधिक दान नकद रूप में सामने आया। कुल 20 करोड़ 48 लाख 8 हजार 496 रुपये भक्तों ने मंदिर के भंडार में नगद अर्पित किए। नोटों की यह गिनती बड़ी सावधानी और सुरक्षा के बीच हुई।
🔹 ऑनलाइन और मनीऑर्डर से भी भारी दान: 6.29 करोड़ रुपये
तकनीकी युग में भक्तों ने डिजिटल माध्यम से भी आस्था व्यक्त की। मंदिर को 6 करोड़ 29 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और मनीऑर्डर के माध्यम से प्राप्त हुए। इससे यह स्पष्ट होता है कि देश-विदेश में बसे श्रद्धालु भी ई-सेवा के जरिये भगवान श्री सांवलिया सेठ के चरणों में अपना प्रेम अर्पित कर रहे हैं।
🔹 बहुमूल्य धातुओं की भी हुई भारी भेंट
सिर्फ नकदी नहीं, श्रद्धालुओं ने सोना और चांदी भी मंदिर को समर्पित की। आंकड़ों के अनुसार, मंदिर को
🔸 627 ग्राम 400 मिलीग्राम सोना तथा
🔸 130 किलो 960 ग्राम चांदी श्रद्धा स्वरूप प्राप्त हुई।
यह आभूषण मंदिर की सुरक्षा में संरक्षित किए जाएंगे और आवश्यकतानुसार धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोग लिए जाएंगे।
🔹 5 चरणों में संपन्न हुई गिनती
दान की गिनती का यह कार्य पांच चरणों में मंदिर ट्रस्ट की निगरानी में पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हुआ। पूरी प्रक्रिया में सुरक्षाकर्मी, बैंक प्रतिनिधि, और स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय रहा।
🔹 आस्था की अद्वितीय मिसाल
श्री सांवलिया सेठ मंदिर में हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं, लेकिन त्योहारों, अमावस्या, पूर्णिमा, और विशेष संकल्प के दिनों में भक्तों की संख्या लाखों में पहुंचती है। यह दान न केवल मंदिर की गरिमा को बढ़ाता है, बल्कि जनसेवा, धर्मार्थ योजनाओं, तथा सामाजिक कल्याण में भी प्रयोग होता है।
👉 श्री सांवलिया सेठ मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने सभी श्रद्धालुओं का आभार जताते हुए आश्वस्त किया कि यह धनराशि पारदर्शिता के साथ धार्मिक, सामाजिक एवं जनहित के कार्यों में उपयोग की जाएगी।
🙏 सांवलिया सेठ महाराज की जय!