अकरम खान की रिपोर्ट।
सोजत सिटी। गुजरात के पोरबंदर से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम तक एक अनोखी और प्रेरणादायक “अहिंसा पदयात्रा” (Peace March) का आयोजन किया जा रहा है। इस यात्रा की शुरुआत जामनगर जिले के जामजोधपुर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता सद्दाम बापू कादरी और कुमार मकवाणा ने की है। इन दोनों युवाओं का उद्देश्य देश में शांति, एकता और अहिंसा का संदेश फैलाना है।
इस पदयात्रा की प्रेरणा हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले से मिली, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस घटना के विरोध में सद्दाम बापू और कुमार मकवाणा ने गांधीजी के अहिंसा सिद्धांत को हथियार बनाते हुए आतंकवाद को जवाब देने का फैसला किया। उनका मानना है कि हिंसा का जवाब हिंसा नहीं, बल्कि प्रेम, एकता और शांति से दिया जाना चाहिए।
यात्रा पोरबंदर से शुरू होकर अब तक राजकोट होते हुए राजस्थान पहुंच चुकी है। वर्तमान में यह यात्रा सोजत सिटी पहुँची है, जहाँ आज हज़रत नौ गाजी पीर बाबा की दरगाह पर भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में शहर की सभी 36 कौम के गणमान्य नागरिकों और विभिन्न समाजसेवी संगठनों को आमंत्रित किया गया है।
बाबू खाँ मेहर ने बताया कि यह यात्रा पूरे देश में शांति और सौहार्द का प्रतीक बन चुकी है। जहां-जहां से यह यात्रा गुज़र रही है, वहाँ लोगों का भरपूर समर्थन और सम्मान मिल रहा है। लोगों में इसे लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है।
पोरबंदर से पहलगाम की अनुमानित दूरी लगभग 2,100 किलोमीटर है, जिसे ये दोनों कार्यकर्ता पैदल तय कर रहे हैं। यह यात्रा गुजरात से शुरू होकर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब होते हुए जम्मू-कश्मीर के पहलगाम पहुंचेगी। इस दौरान इनका एक उद्देश्य पीड़ित परिवारों के लिए सहायता राशि भी एकत्र करना है।
इस पहल को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने समर्थन जताया है। देशभर में इसे आतंकवाद के खिलाफ एक शांतिपूर्ण और सशक्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है।