गुरु पूर्णिमा पर्व पर सोजत क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गुजरात के पंचमहल जिले स्थित नानी कानोड़ गांव के प्रसिद्ध खोडियार मंदिर पहुंचेंगे। यह मंदिर आध्यात्मिक चेतना, शक्ति और भक्ति का केंद्र माना जाता है, जहां श्रद्धालु खोडियार माता एवं कालका माता के दर्शन करते हैं और अपनी मन्नतें मांगते हैं।
इस विशेष अवसर पर स्वामी गजानंद पुरी जी महाराज की समाधि पर भी भक्तजन आशीर्वाद लेने पहुंचेंगे। स्वामी जी मां काली के परम भक्त थे और उन्होंने सोजत के राज राजेश्वरी मंदिर में लम्बे समय तक साधना की। सोजत क्षेत्र में उनके असंख्य अनुयायी हैं, जो हर वर्ष गुरु पूर्णिमा पर गुजरात स्थित दरबार में एकत्रित होते हैं। स्वामी जी का गोलोक गमन गुजरात में हुआ था, जहां उनकी समाधि आज भी श्रद्धा का केंद्र बनी हुई है।
इस बार भी गुरु पूर्णिमा पर्व पर विशेष धार्मिक अनुष्ठान, अभिषेक, और भजन संध्या जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजन की तैयारियों में विजय चौहान, लोकेश त्रिवेदी, रमेश भाई त्रिवेदी, नंदकिशोर पाराशर, नेमीचंद गहलोत, गणपतलाल माली, भोमाराम सोलंकी समेत कई श्रद्धालु सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।
खोडियार माता का यह मंदिर अपने समृद्ध इतिहास, नैसर्गिक सौंदर्य और चमत्कारी अनुभवों के लिए प्रसिद्ध है। हर वर्ष यहां भक्तों की आस्था की झलक देखने को मिलती है, जो इसे एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बनाता है।
गुरु पूर्णिमा पर यह आयोजन सोजत एवं आसपास के क्षेत्रों के भक्तों के लिए न केवल एक धार्मिक यात्रा है, बल्कि अपने गुरु एवं देवी मां के प्रति श्रद्धा प्रकट करने का अनूठा अवसर भी है।