✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
📍 जोधपुर न्यूज़ –
जोधपुर। शिक्षा जैसे पवित्र पेशे को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। राजस्थान के जोधपुर में अंग्रेजी के एक वरिष्ठ शिक्षक ने छात्रा से अश्लील बातें कीं, उसका पीछा किया और बार-बार छेड़छाड़ की। इस गंभीर आरोप में बोरानाडा थाना पुलिस ने आरोपी शिक्षक दलपत गर्ग को गिरफ्तार कर लिया है। वह बाड़मेर जिले के भाचरना गांव का निवासी है और राजकीय विद्यालय में पदस्थ था।
शिक्षक ने छात्रा से कहा –
“तुम मुझे अच्छी लगती हो… मेरे दो पत्नियों का योग है“
यह बात उसने अकेले में छात्रा से कही थी, जब उसकी सहेली पानी लेने बाहर गई थी।
🔍 पीड़िता के पिता ने 20 मई को दर्ज करवाई थी रिपोर्ट
थानाधिकारी शकील अहमद ने बताया कि छात्रा के पिता ने 20 मई को FIR दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में आरोपी शिक्षक दलपत गर्ग के साथ-साथ पंचायत समिति लूणी के सीबीईओ, एसीबीईओ प्रथम, एसीबीईओ द्वितीय और एक अन्य शिक्षक के खिलाफ भी शिकायत की गई थी।
आरोप है कि इन अधिकारियों ने या तो शिकायत को दबाने की कोशिश की या उचित कार्रवाई नहीं की।
🗓️ दो घटनाएं, एक पीड़ा
- 26 दिसंबर को शिक्षक ने छात्रा का घर तक पीछा किया और छेड़छाड़ की।
- 7 जनवरी को लंच के समय जब छात्रा सहेली के साथ कक्षा में बैठी थी और सहेली बाहर गई, तब शिक्षक कक्षा में आया और अश्लील बातें करते हुए छेड़छाड़ करने लगा।
डर के कारण छात्रा तुरंत कक्षा से बाहर भाग गई।
🧑🎓 11 जनवरी को दी गई थी शिकायत, लेकिन नहीं हुई तत्काल कार्रवाई
छात्रा ने 11 जनवरी को स्कूल प्रिंसिपल से शिकायत की।
प्रिंसिपल ने सीसीटीवी फुटेज और पूरी जानकारी विभाग को भेजी।
जांच में आरोपी दलपत गर्ग दोषी पाया गया और उसे निलंबित कर मुख्यालय बिलाड़ा कर दिया गया।
लेकिन तब तक छात्रा की परीक्षा नजदीक थी और उसने साल बर्बाद न हो, इसलिए कोई और कदम नहीं उठाया। परीक्षा में भी मानसिक दबाव के चलते वह सिर्फ सेकंड डिविजन से पास हो सकी।
⚖️ न्याय की उम्मीद से दर्ज की विस्तृत रिपोर्ट
परीक्षा समाप्त होने के बाद छात्रा ने परिजनों के साथ मिलकर विस्तृत रिपोर्ट दर्ज करवाई।
इस रिपोर्ट में न सिर्फ आरोपी शिक्षक दलपत गर्ग के खिलाफ, बल्कि शिकायत छुपाने और दबाव बनाने वाले अधिकारियों और शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई।
अब बोरानाडा पुलिस ने शिक्षक दलपत गर्ग को गिरफ्तार कर लिया है और कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
❗ शिक्षा विभाग, प्रशासन और सरकार से सवाल
यह मामला शिक्षा विभाग की जवाबदेही और संवेदनशीलता पर बड़ा सवालिया निशान लगाता है।
अगर समय पर कठोर कदम उठाया जाता, तो छात्रा को इतना मानसिक आघात नहीं सहना पड़ता।
अब देखना यह है कि:
- क्या आरोपी को सजा मिलेगी?
- क्या दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी?
- क्या राज्य सरकार और जिला प्रशासन ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाएंगे?
🗣️ जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को संज्ञान लेने की ज़रूरत
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, जोधपुर कलेक्टर, जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट और सीएमओ राजस्थान को इस मामले में हस्तक्षेप कर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि आगे कोई और छात्रा ऐसी स्थिति का शिकार न हो।
अगर शिक्षक ही सुरक्षा तोड़ने लगें, तो छात्राएं कहां जाएं? यह मामला न्याय की मांग कर रहा है — सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, पूरे सिस्टम की जवाबदेही तय होनी चाहिए।