✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई दिल्ली/सोजत। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12वीं बार तिरंगा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया। इस बार का भाषण पाकिस्तान पर कड़ा संदेश, आतंकवाद पर निर्णायक नीति और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज से भरा रहा।
पीएम मोदी ने कहा कि “भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल सहने वाला नहीं है। खून और पानी एकसाथ नहीं बहेंगे।” उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि आतंकियों और उन्हें पनाह देने वालों के बीच कोई फर्क नहीं किया जाएगा। सेना को जो समय, लक्ष्य और तौर-तरीके चुनने हैं, उनमें सरकार का पूरा समर्थन रहेगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ – आक्रोश की अभिव्यक्ति
प्रधानमंत्री ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई भीषण आतंकी घटना का जिक्र करते हुए कहा –
> “सीमा पार से आए आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोषों की हत्या की। यह संहार पूरे देश और दुनिया के लिए हैरान करने वाला था। उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जिसमें हमारी सेना ने सैकड़ों किलोमीटर दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकी ढांचे को नेस्तनाबूद कर दिया। पाकिस्तान की नींद आज भी उड़ी हुई है।”
एक देश, एक संविधान
मोदी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि धारा 370 हटाकर ‘एक देश, एक संविधान’ का सपना साकार हुआ। उन्होंने संविधान निर्माण में योगदान देने वाले नेताओं और विदुषी महिलाओं का भी स्मरण किया।
प्राकृतिक आपदाओं पर चिंता
अपने संबोधन में पीएम ने हाल के दिनों में आई प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र करते हुए कहा –
> “प्रकृति हम सबकी परीक्षा ले रही है। बादल फटने और बाढ़ जैसी घटनाओं से पीड़ित परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। राज्य सरकारों के साथ मिलकर बचाव कार्य जारी है।”
आज़ादी का महापर्व – 140 संकल्पों का पर्व
मोदी ने कहा कि आजादी का यह पर्व 140 करोड़ देशवासियों के सामूहिक संकल्प और गौरव का प्रतीक है। उन्होंने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की सफलता को देश की एकता का प्रमाण बताया।
लाल किले पर विशेष मेहमान
इस बार 50 सफाईकर्मी और देशभर के 85 सरपंच स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किए गए। इन्हें रक्षा मंत्रालय ने सम्मानित किया।
समारोह के प्रमुख क्षण
पीएम के साथ ध्वजारोहण के समय फ्लाइंग ऑफिसर रशिका शर्मा मौजूद रहीं।
1721 फील्ड बैटरी ने 21 तोपों की सलामी दी, कमान मेजर पवन सिंह शेखावत के हाथों में थी।
राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा समेत कई दिग्गज नेता लाल किले पहुंचे।
कार्यक्रम से पहले राजधानी में हाई सिक्योरिटी और भव्य सजावट की गई।
पिछले साल का सबसे लंबा भाषण
2024 में पीएम मोदी ने लाल किले से अपने कार्यकाल का सबसे लंबा 103 मिनट का भाषण दिया था। इस साल का संबोधन भी राष्ट्रीय सुरक्षा, विकास और एकता के संदेशों से परिपूर्ण रहा।
पीएम मोदी का लाल किले से दिया गया संदेश साफ है – भारत अब आतंकवाद, सीमा पार हमलों और न्यूक्लियर धमकियों के सामने झुकने वाला नहीं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान को मिला सबक आने वाले समय में भारत की सख्त सुरक्षा नीति का संकेत है।
पीएम मोदी का लाल किले से दिया गया संदेश साफ है – भारत अब आतंकवाद, सीमा पार हमलों और न्यूक्लियर धमकियों के सामने झुकने वाला नहीं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान को मिला सबक आने वाले समय में भारत की सख्त सुरक्षा नीति का संकेत है।