✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी क्षेत्र में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आज एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। साकड़ा के पटवारी अनिल गोस्वामी को नामांतरण के एवज में ₹6000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
रिश्वत की मांग और कार्रवाई का विवरण
एसीबी अधिकारियों के अनुसार, अनिल गोस्वामी ने नामांतरण के लिए एक व्यक्ति से रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने योजना बनाकर गोस्वामी को रिश्वत लेते हुए पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जैसे ही शिकायतकर्ता ने ₹6000 की राशि सौंपी, एसीबी टीम ने मौके पर पहुंचकर गोस्वामी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
जांच और आगे की कार्रवाई जारी
एसीबी ने मौके पर पहुंचकर जरूरी दस्तावेजों को जब्त किया है और गोस्वामी से पूछताछ शुरू कर दी है। टीम यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या इस मामले में कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल है या पटवारी ने पहले भी इसी प्रकार रिश्वत ली है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम
एसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि विभाग भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहा है। आम जनता से अपील की गई है कि यदि किसी सरकारी अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगी जाए, तो तुरंत एसीबी को सूचना दें।
कोटड़ी में बढ़ा प्रशासनिक दबाव
इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं, और लोग एसीबी की इस कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं।
निष्कर्ष: एसीबी की यह कार्रवाई भ्रष्ट अधिकारियों को चेतावनी है कि कानून से कोई बच नहीं सकता। आमजन से अपेक्षा है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें।