वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
नई दिल्ली। सोजत दवाइयों का सही चयन आपकी सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। लेकिन, जब दवाइयां क्वॉलिटी टेस्ट में फेल हो जाती हैं, तो ये न केवल बीमारी के इलाज में असफल हो सकती हैं, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकती हैं। हाल ही में भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों से आई क्वॉलिटी टेस्ट रिपोर्ट में पाया कि कई दवाइयां मानकों पर खरी नहीं उतरीं। यह सवाल उठता है कि इन दवाइयों का सेवन कितना घातक हो सकता है और सही दवा की पहचान कैसे की जाए?
क्वॉलिटी टेस्ट में फेल दवाइयों का खतरा
1. बीमारी का बढ़ना: टेस्ट में फेल दवाइयां बीमारी का सही तरीके से इलाज नहीं करतीं, जिससे रोग बढ़ सकता है।
2. साइड इफेक्ट्स: ऐसी दवाइयां शरीर में गंभीर साइड इफेक्ट्स पैदा कर सकती हैं, जैसे कि किडनी, लिवर, और दिल से जुड़ी समस्याएं।
3. एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस: खराब क्वॉलिटी की एंटीबायोटिक दवाइयां बैक्टीरिया को मारने में असफल हो सकती हैं, जिससे बैक्टीरिया एंटीबायोटिक के प्रति प्रतिरोधक हो जाते हैं।
4. घातक परिणाम: कई बार, घटिया दवाइयों का सेवन मौत का कारण भी बन सकता है।
कैसे करें सही दवा की पहचान?
1. पैकेजिंग पर ध्यान दें:
दवा की पैकेजिंग पर कंपनी का नाम, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट चेक करें।
बारकोड स्कैनर का उपयोग करें, जो दवा की प्रमाणिकता जांचने में मदद करता है।
2. जेनरिक और ब्रांडेड दवाइयों का अंतर समझें:
हमेशा प्रमाणित ब्रांड से दवाइयां खरीदें।
डॉक्टर द्वारा लिखी गई प्रिस्क्रिप्शन का पालन करें।
3. फार्मेसी से खरीदें:
सड़कों पर बिकने वाली सस्ती दवाइयों से बचें।
केवल रजिस्टर्ड मेडिकल स्टोर से ही दवा लें।
4. सरकारी पोर्टल का उपयोग करें:
भारत सरकार के “सुगम” या “जन औषधि केंद्र” जैसे प्लेटफॉर्म पर दवाओं की गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
5. होलोग्राम और सील चेक करें:
नकली दवाओं की पहचान के लिए पैकेट पर मौजूद होलोग्राम और सील को चेक करें।
सरकार और जनता की भूमिका
सरकार को चाहिए कि वह नकली और घटिया दवाइयों की बिक्री रोकने के लिए सख्त कदम उठाए। साथ ही, आम जनता को भी सतर्क रहना होगा और किसी भी संदिग्ध दवा की जानकारी तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को देनी चाहिए।
घटिया और क्वॉलिटी टेस्ट में फेल दवाइयों का सेवन आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। सही दवाइयों का चयन करके ही आप अपनी और अपने परिवार की सेहत की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। जागरूक रहें और स्वस्थ रहें।