📰 बड़ी खबर | ✍️ वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा
रामपुर (उत्तर प्रदेश):
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से एक ऐसी सनसनीखेज और अजीबोगरीब लव स्टोरी सामने आई है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। यहां एक पिता ने अपने नाबालिग बेटे के लिए रिश्ता तय किया, लेकिन निकाह से पहले ही खुद उस लड़की से शादी कर ली। यही नहीं, वह घर से नकदी और सोना भी लेकर फरार हो गया। इस अनोखी शादी में आरोपी पिता को उसके माता-पिता यानी दादा-दादी का भी पूरा साथ मिला।
बेटे के नाम पर प्रेमिका को बनाया बहू, फिर खुद बना दूल्हा
रामपुर जिले के बांसनगली गांव निवासी शकील नाम के व्यक्ति ने पहले अपने नाबालिग बेटे का रिश्ता 18 वर्षीय लड़की से तय किया। लेकिन उसकी मंशा कुछ और ही थी। जानकारी के अनुसार, शकील का पहले से ही उस लड़की से प्रेम संबंध था। उसने यह रिश्ता सिर्फ इसीलिए तय किया ताकि उसका अफेयर छुपा रहे और समाज या परिवार को भनक न लगे।
पत्नी को हुआ शक, तो शकील ने की मारपीट
शकील की पत्नी को जब पति और होने वाली बहू के बीच कुछ अनैतिक रिश्तों की भनक लगी तो उसने परिवारवालों और रिश्तेदारों से बात की। लेकिन किसी ने उसकी बात पर यकीन नहीं किया। उल्टा शकील ने पत्नी और बच्चों के साथ मारपीट शुरू कर दी और रिश्ता तय कराने का दबाव बनाता रहा।
बेटे ने इकट्ठे किए सबूत, तो सामने आया पूरा सच
शकील के नाबालिग बेटे को पिता की हरकतों पर शक हुआ। उसने मोबाइल चैट्स और कॉल रिकॉर्डिंग जैसे सबूत इकट्ठा किए और पूरे परिवार के सामने पेश कर दिया। जब सच्चाई सामने आई तो बेटे ने उस लड़की से निकाह करने से साफ इनकार कर दिया।
घर से भागकर प्रेमिका से रचाई शादी, दादा-दादी ने की मदद
बेटे के इनकार के बाद शकील ने घर में रखे कैश और सोने के जेवर समेटे और प्रेमिका को लेकर फरार हो गया। बाद में यह जानकारी सामने आई कि उसने उसी लड़की से निकाह कर लिया है, जो कभी उसकी होने वाली बहू थी। शकील के बेटे का कहना है कि उसके दादा-दादी को पूरे मामले की जानकारी थी और उन्होंने निकाह कराने में पूरा सहयोग किया।
गांव में फैली सनसनी, समाज में मचा हड़कंप
इस घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई है। लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। मामला न सिर्फ पारिवारिक विश्वास का हनन है, बल्कि सामाजिक मूल्यों को भी झकझोर देने वाला है। पुलिस में अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार पीड़ित परिवार न्याय की तैयारी में है।
🔍 यह घटना कई सवाल खड़े करती है – क्या प्रेम के नाम पर नैतिकता और जिम्मेदारियों को ताक पर रखा जा सकता है? और जब भरोसे का ही गला घोंट दिया जाए, तो समाज का आधार क्या रह जाएगा?